टिहरी:टिहरी झील के ऊपर बन रहे डोबरा चांठी पुल का कार्य अब अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है. उम्मीद जताई जा रही है कि मार्च 2020 तक यह पुल बनकर तैयार हो जाएगा. जिससे प्रतापनगर की जनता को आवागमन की समस्या से काफी निजात मिलेगी.
पिछले कई सालों से टिहरी झील के ऊपर बन रहा डोबरा चांठी पुल का कार्य तेजी से चल रहा है. जिसे सितम्बर महीने के अंत तक जोड़ दिया जाएगा. इस पुल के लिए प्रतापनगर की जनता ने रौलाकोट के भोमेश्वर महादेव मंदिर में एक महीने से अधिक तक भूख हड़ताल भी की थी. उस समय के मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी ने जनता की मांग पर 133 करोड़ की लागत से पुल बनाने की स्वीकृति दी थी.
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इसके बाद इस पुल का निर्माण 2006 में शुरू हुआ, लेकिन 2010 में इस पुल का डिजाइन फेल होने के कारण इसे बंद कर दिया गया. इस दौरान पुल के निर्माण में 35 करोड़ रुपये खर्च किये जा चुके थे. जिसके बाद लोक निर्माण विभाग द्वारा 2016 में दक्षिण कोरिया की योसिन कंपनी से नया डिजाइन बनवाने के बाद निर्माण कार्य शुरू करवाया गया.
उत्तराखंड सरकार द्वारा इस पुल को बनाने के लिए 75 करोड़ रुपये की धनराशि दी गई, जिससे पुल के कार्य में तेजी आई. इस पुल की लंबाई 440 मीटर है, इस समय पुल का काम तेजी से चल रहा है. पुल के डेक यानी प्लेट जोड़ने का काम अंतिम चरण में आ गया है. इस पुल के बनने से प्रतापनगर सहित कई गांवों की जनता को राहत मिलेगी. वहीं प्रतापनगर विधायक विजय सिंह पंवार का कहना है कि पुल के काम में तेजी आई है. जल्द ही मार्च 2020 तक यह पुल जनता के आवागमन के लिए खोल दिया जाएगा.