टिहरीःजहां एक तरफ सिंचाई विभाग की नवनिर्मित नहरों के लिए सरकार की ओर से वित्तीय स्वीकृति मिलने से किसानों के चेहरे पर खुशियां छाई हुई हैं तो वहीं दूसरी ओर इन नहरों के निर्माण के लिए विभाग की ओर से लगाई गई बड़ी निविदाओं से स्थानीय ठेकेदार और जनप्रतिनिधियों में रोष है. सिंचाई विभाग के खिलाफ ठेकेदार संघ और जनप्रतिनिधियों ने विरोध जताया है. इसी कड़ी में उप खंड सिंचाई कार्यालय घनसाली में जनप्रतिनिधियों और ठेकेदार संघ के सदस्यों ने सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता के कार्यालय में विरोध प्रदर्शन किया. साथ ही मामले को लेकर ज्ञापन भी सौंपा.
बड़े टेंडर को लेकर ठेकेदार संघ और जनप्रतिनिधियों ने तानी मुट्ठी, जानिए क्यों कर रहे विरोध
टिहरी में बड़ी निविदाओं के खिलाफ ठेकेदार संघ और जनप्रतिनिधि मुखर हो गए हैं. उनका साफ कहना है कि सिंचाई विभाग बड़े कामों का टेंडर निकालता है. जिससे स्थानीय और छोटे ठेकेदारों को काम नहीं मिल पाता है. बड़े ठेकेदार काम करने के बाद चले जाते हैं और जब कोई टूट-फूट होती है तो विभाग को इन ठेकेदारों से काम करवाने के लिए बार-बार पत्र लिखना पड़ता है. जबकि, छोटे ठेकेदार तत्काल काम कर देते हैं.
कांग्रेस नेता और जिला पंचायत सदस्य धनपाल नेगी (Congress leader Dhanpal Negi) के नेतृत्व में ज्ञापन सौंपकर ठेकेदार संघ के तमाम पदाधिकारियों ने बताया कि जब छोटे काम होते हैं तो सिंचाई विभाग ठेकेदारों से 3 साल की उधारी पर काम करवाता है. जब बड़े काम होते हैं तो विभाग इनको बड़ी निविदाओं में शामिल कर देते हैं. जिससे छोटे तबके के ठेकेदार काम नहीं कर पाते हैं और बाहर के बड़े ठेकेदार निविदा डाल देते हैं.
ठेकेदार संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि बड़ी-बड़ी निविदाएं लेने वाले बड़े ठेकेदारों के सामने छोटे और स्थानीय ठेकेदारों को नुकसान होता है. बड़े ठेकेदार काम करने के बाद चले जाते हैं और बीच में जब कोई टूट-फूट होती है तो विभाग को इन ठेकेदारों से काम करवाने के लिए बार-बार पत्र लिखना पड़ता है. छोटे-छोटे ठेकेदारों से अगर काम करवाया जाए तो वे विभाग का तुरंत काम करवा देते हैं. इसलिए सरकार से उनकी अपील है कि वो स्थानीय स्तर पर छोटे-छोटे ठेके की निविदा करवाएं. जिससे छोटे-छोटे ठेकेदारों को रोजगार भी मिलेगा.