देहरादून: टिहरी झील में पर्यटन गतिविधियां बढ़ाने के लिए राज्य सरकार इस क्षेत्र को विशेष तौर पर विकसित करने का प्रयास कर रही है. इसी दिशा में मुख्य सचिव डॉक्टर एसएस संधू ने अधिकारियों को टिहरी झील के चारों ओर रिंग रोड के निर्माण को जल्द शुरू करने के निर्देश दिए हैं.
उत्तराखंड में टिहरी झील को पर्यटन के लिहाज से एक बड़े पर्यटन केंद्र के रूप में स्थापित की जा सकता है. टिहरी झील में तमाम संभावनाओं को देखते हुए राज्य सरकार भी इस क्षेत्र को लेकर तमाम योजनाओं को आगे बढ़ाने की दिशा में प्रयास करती रही है. टिहरी झील पर साहसिक खेल शुरू करने से लेकर इस क्षेत्र के आसपास पर्यटन के लिहाज से कई स्पॉट तैयार करने पर भी विचार चल रहा है.
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राज्य में टिहरी झील को पर्यटन की बेहद ज्यादा संभावनाएं हैं और इसमें झील के चारों तरफ रिंग रोड एक बड़ा काम कर सकती है. इसी को देखते हुए मुख्य सचिव डॉक्टर एसएस संधू ने आज अधिकारियों की बैठक ली और टिहरी झील के किनारो पर रिंग रोड बनाए जाने के लिए काम शुरू करने के निर्देश दिए गए.
इसके अलावा झील के आसपास के अलग-अलग क्षेत्र में पर्यटन स्थल के रूप में विभिन्न सुविधाएं विकसित करने के लिए भी कहा. पहले चरण में पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण क्षेत्र के चारों ओर की सड़क को विकसित किए जाने के लिए कहा गया. इसके अलावा इस पूरे क्षेत्र को ही पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के भी निर्देश दिए गए हैं.
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मुख्य सचिव ने कहा कि टिहरी और देहरादून टर्नल के माध्यम से जुड़ने जा रहे हैं, जिसके बाद दिल्ली और टिहरी की दूरी साढ़े 3 घंटे की रह जाएगी. जिसके कारण टिहरी में पर्यटन को बढ़ावा मिल सकेगा. जबकि इससे राज्य को भी आर्थिक रूप से मजबूती मिलेगी.
मुख्य सचिव ने कहा कि सड़क के आसपास ज्यादा से ज्यादा व्यू प्वाइंट भी विकसित किया जाए. साथ ही रिंग रोड के किनारे पर पार्किंग क्षेत्र को भी विकसित कर लिया जाए. रिंग रोड की शीघ्र फीजिबिलिटी स्टडी कराए जाने के भी निर्देश दिए गए हैं. साथ ही भूमि अधिग्रहण की दिशा में जल्द कार्रवाई करने के लिए भी कही गई है. टिहरी झील क्षेत्र में रिंग रोड बनाए जाने के दौरान इस क्षेत्र में पड़ने वाले गदेरों और नालों पर भी पुलों बनाकर इन सड़कों को छोटा रखने की भी निर्देश दिए गए हैं.