टिहरी:ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग 94 पर बनी पहली टनल में कई जगहों पर दरार पड़ने से चंबा शहर वासियों में डर का माहौल है. लोगों को अपने घर की चिंता सताने लगी है. स्थानीयों ने टनल में आई दरारों की भू-वैज्ञानिकों से जांच कराने की मांग की है. वहीं, बीआरओ और निर्माणदायी कंपनी ने अब तक चंबा टनल में आई दरारों का संज्ञान नहीं लिया है.
बता दें कि इस टनल के ऊपर चंबा शहर बसा हुआ है. जहां पर करीब 5 हजार से अधिक आबादी रहती है. इस टनल में दरार पड़ने से हजारों लोगों की जान खतरे की जद में आने की आशंका बनी गई है. सामाजिक कार्यकर्ताओं का आरोप है कि इस टनल में घटिया निर्माण सामग्री का इस्तेमाल किया गया, जिसके चलते टनल में दरारें आ गई है. सामाजिक कार्यकर्ताओं ने जिला प्रशासन से इस टनल की जांच भूगर्भ वैज्ञानिकों से कराने की मांग की है.
इस टनल को गंगोत्री-यमुनोत्री की यात्रा पर आने-जाने वाले पर्यटकों के लिए बनाया गया है. टिहरी जिले के चंबा के पास बीआरओ द्वारा चंबा के मंजयूड गांव से गोल्डी गांव तक 440 मीटर लंबी टनल बनाई गई है. अब इस टनल से सीधे गंगोत्री-यमुनोत्री जाने वाले यात्री बिना जाम के आ-जा सकते हैं, लेकिन आजकल इस टनल में कई जगहों पर दरारें पड़ गई हैं. जिससे चंबा शहर वासियों में डर का माहौल बना है.
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