टिहरी: 2013 में आई आपदा का असर आज भी श्रीनगर उद्यान एवं प्रशिक्षण संस्थान में देखा जा सकता है. संस्थान की पौधशाला का एक हिस्सा आज भी रेत से पटा हुआ है. वहीं, ग्रीन हाउस भी बरबाद हो चुके हैं. जहां अब पौधशाला के इर्द गिर्द लावारिस जानवरों ने अपना आशियाना बना लिया है. पौधशाला का निर्माण उत्तर प्रदेश सरकार के समय किया गया था.
बदहाली के आंसू रो रहा श्रीनगर उद्यान एवं प्रशिक्षण संस्थान, आपदा के जख्म आज भी हरे - Srinagar Park and Training Institute
2013 में आई आपदा का असर आज भी श्रीनगर उद्यान एवं प्रशिक्षण सस्थान में देखा जाता है. संस्थान की पौद्य साला का एक हिस्सा आज भी रेत से पटा हुआ है.
बता दें कि पूरे प्रदेश से कृषक यहा प्रशिक्षण लेने आते हैं, लेकिन आज भी इस प्रशिक्षण संस्थान की इस पौधशाला में किसी का ध्यान नहीं है. स्थानीय लोग भी सरकार से इसके पुनर्निर्माण की मांग कर रहे हैं.
नर्सरी इंर्चाज पुरुषोत्तम बडोनी ने बताया कि अगर इस पौधशाला पुनर्निर्माण किया जाए तो यहां विभिन्न प्रकार की पौध लगाए जा सकते हैं. उन्होंने बताया कि यह पौधशाला ऋषिकेश के बाद गढ़वाल की एकमात्र पौधशाला है. जहां काश्तकार कृषि की उन्नत तकनीक को सिखने प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से यहां आते हैं. वहीं, विभाग के कर्मचारियों का कहना है कि विभाग को इस संबन्ध में अवगत करवाया गया है. अगर इस नर्सरी को फिर से तैयार किया जाता है तो कृषकों के लिए काफी फायदेमंद होगा.