टिहरी:जनपद में टिहरी डैम से प्रभावित रौलाकोट के ग्रामीणों को 25 साल बाद आवासीय और कृषि भूमि लाटरी के माध्यम से आवंटित किए गए हैं, जिससे ग्रामीणों में खुशी की लहर है. टिहरी डैम बनने के बाद सबसे ज्यादा भूस्खलन टिहरी झील के किनारे रौलाकोट गांव में हुआ. ऐसे में रौलाकोट के ग्रामीण 25 साल से अपने विस्थापन की मांग कर रहे थे लेकिन इनका अभी तक विस्थापन नहीं हो पाया था. विस्थापन की मांग को लेकर ग्रामीणों ने लगातार कई बार धरना प्रदर्शन भी किया.
टिहरी डीएम ईवा आशीष श्रीवास्तव (Tehri DM Eva Ashish Srivastava) ने कहा कि टीएचडीसी से धनराशि प्राप्त होते ही भूखंडों का डेवलपमेंट का कार्य मई माह से शुरू कर दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि यह प्रकरण पिछले कई सालों से लम्बित चल रहा था, इस दौरान रौलाकोट के ग्रामीणों द्वारा पूरा सहयोग किया गया. उन्होंने पुनर्वास के अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई दी. उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि आपकी पुश्तैनी जमीन के एवज में यह जमीन दी जा रही है. उत्तराखंड पर्यटन के क्षेत्र में तेजी से उभर रहा है और यहां पर्यटन की अपार सम्भानाएं है, जमीन को सदुपयोग में लाएं.