उत्तराखंड

uttarakhand

ETV Bharat / state

टिहरी में फट गई 86 करोड़ की सड़क, ऑस्ट्रेलियन टेक्नोलॉजी हुई धड़ाम, सवालों में कंपनी

उत्तराखंड में सड़कों का निर्माण कितनी लापरवाही से हो रहा है इसका उदाहरण टिहरी में देखने को मिला है. यहां ऑस्ट्रेलियन तकनीक से बनी 86 करोड़ रुपए की सड़क एक बारिश नहीं झेल पाई. चंबा टनल से जुड़ी सड़क पूरे एक किलोमीटर तक टूट गई है.

Tehri
सड़क टूटी

By

Published : Jul 26, 2021, 12:18 PM IST

Updated : Jul 26, 2021, 2:11 PM IST

टिहरी:ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग 94 के अंतर्गत चंबा टनल से जुड़ी सड़क एक ही बारिश में पूरी टूट गई. चंबा में 86 करोड़ की लागत से बनी ऑस्ट्रेलियन टेक्नोलॉजी से बनाई गई है. लेकिन उद्घाटन से पहले चंबा टनल से जुड़ी सड़क एक बारिश भी नहीं झेल सकी. बारिश होते ही यह सड़क पूरी तरह से 1 किलोमीटर तक टूट गई है.

गनीमत रही कि जब सड़क टूटी उस समय उस पर वाहन नहीं चल रहे थे. अगर बारिश के समय वाहन चलते समय सड़क टूटती तो बड़ा हादसा हो जाता. सड़क टूटने के बाद निर्माणदायी भारत कंस्ट्रक्शन कंपनी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं. जहां-जहां इस कंपनी के द्वारा काम किया गया है, उन जगहों की जांच करवाने की मांग उठने लगी है.

टिहरी में सड़क टूटी

कंपनी कर रही घटिया निर्माण: स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता सोहन सिंह ने बताया कि हमने भारत कंस्ट्रक्शन कंपनी के द्वारा किए जा रहे घटिया निर्माण को लेकर कई बार केंद्र सरकार और राज्य सरकार के साथ जिला प्रशासन को जानकारी दी, लेकिन किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया. आज पूरी सड़क टूटने के बाद सब की नींद टूटी है. हमारी मांग है कि भारत कंस्ट्रक्शन कंपनी के द्वारा जितने भी कार्य किए गए हैं, उनकी जांच होनी चाहिए कि ये कंपनी इतना घटिया काम क्यों कर रही है.

शिकायत के बाद भी नहीं दिया ध्यान: चंबा के क्षेत्र पंचायत सदस्य संजय रावत ने बताया कि ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर बनी चंबा टनल का अभी उद्घाटन भी नहीं हुआ. उद्घाटन से पहले ही एक बारिश से पूरी सड़क टूट गई है. इससे भारत कंस्ट्रक्शन कंपनी के घटिया निर्माण की पोल खुल गई है. हमने इसकी सुरक्षा के लिए कई बार कंपनी से लेकर बीआरओ के अधिकारियों को बताया, लेकिन किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया. केंद्र व राज्य सरकार को भारत कंस्ट्रक्शन कम्पनी के खिलाफ जांच करनी चाहिए.

मजदूर ने बताई सच्चाई: भारत कंस्ट्रक्शन कंपनी में काम करने वाले मजदूर ने बताया कि सड़क बनाते समय इसमें नीचे हार्ड रॉक नहीं थी. इसमें सिर्फ मिट्टी भरी गई है. इस कारण यह बारिश के चलते पूरी टूट गई है. इसका काम भारत कंस्ट्रक्शन कंपनी के द्वारा ही किया गया था. मजदूर ने अपना दर्द बताते हुई कहा कि भारत कंस्ट्रक्शन कंपनी अपने मजदूरों को रहने के लिए पूरी व्यवस्था नहीं करती है. रहने के लिए कमरे बनाने के किये टिन की चादर भी नहीं दे रही है, जिससे रहने में दिक्कत हो रही है.

हमने जब भारत कंस्ट्रक्शन कंपनी के लाइजनिंग अफसर भगवती से सड़क टूटने के बारे में पूछा तो उनका कहना था कि सड़क का बेस मजबूत नहीं था. सड़क की हाइट ऊंची होने के कारण यह सड़क टूटी है. साथ ही पहले कंसल्टेंट द्वारा जो डिजाइन सड़क बनाने के लिए दिया गया था, वह कामयाब नहीं हुआ. अब कंसल्टेंट नया डिजाइन देगा तो उसके बाद ही काम होगा.

ये भी पढ़ें:ग्रामीणों को सड़क समस्या से मिलेगी निजात, 1.72 करोड़ रुपये की मिली स्वीकृति

कौन करेगा ₹86 करोड़ की भरपाई? अब सवाल उठता है कि आखिर केंद्र सरकार के ₹86 करोड़ की भरपाई कौन करेगा? जबकि भारत कंस्ट्रक्शन कंपनी के खिलाफ स्थानीय लोगों ने कई बार शासन-प्रशासन को सूचना भी दी थी. इसके बावजूद भारत कंस्ट्रक्शन कंपनी के कार्य की कहीं भी जांच नहीं हुई. इस कारण भारत कंस्ट्रक्शन कंपनी बेखौफ घटिया निर्माण करती रही.

उधर, बीआरओ के अफसर लक्ष्मी चंद शर्मा ने कहा कि जो सड़क टूटी है, उसका कार्य किया जाएगा. क्योंकि 4 साल तक मेंटेनेंस का कार्य भारत कंस्ट्रक्शन कंपनी के ही पास है.

Last Updated : Jul 26, 2021, 2:11 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details