टिहरी:जिले के घनसाली विधानसभा क्षेत्र के नगर पंचायत में बना रानीगड़ पेयजल योजना में घोटाले का मामला सामने आया है. इस योजना में जल संस्थान व जल निगम के अधिकारियों ने इसकी कार्यप्रणाली, फिल्टर टैंक व पाइप लाइन के निर्माण पर एक दूसरे के खिलाफ सवाल खड़े किए है. जिस कारण से यह योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है. भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ने से ग्रामीणों को पानी नहीं मिल पा रहा है.
बता दें कि क्षेत्र के घनसाली विधानसभा में 6 करोड़ की लागत से रानीगढ़ पेयजल योजना का निर्माण करवाया गया था. लेकिन इस योजना के फिल्टर टैंक से ग्रामीणों को एक दिन भी पानी नही मिला सका है. योजना में जल संस्थान व जल निगम के अधिकारियों ने इसकी कार्यप्रणाली, फिल्टर टैंक व पाइप लाइन के निर्माण पर एक दूसरे के खिलाफ सवाल खड़े किए हैं.
सूचना अधिकार के तहत मिली जानकारी के अनुसार, जल निगम ने जल संस्थान को आधी अधूरी योजना जल संस्थान को हैंड ओवर कर दिया. मानकों के अनुरूप न बनी पेयजल योजना को के खिलाफ जल संस्थान के अधिकारी व जल निगम के अधिकारी आपस में एक दूसरे के खिलाफ सवाल खड़े कर रहे है. मिली जानकारी के तहत जल संस्थान और जल निगम के अधिकारियों ने आपस में मिलकर ठेकेदार को लाभ पहुंचाने के लिए योजना को आधी- अधूरी हैंडओवर ले लिया.
ये भी पढ़ें:उत्तराखंड में बड़ा सड़क हादसा, धनौल्टी के पास खाई में गिरी मैक्स, 6 की मौत