रुद्रप्रयाग: गौरीकुंड से केदारनाथ तक पैदलमार्ग पर जमी बर्फ हटाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है. यहां जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) के मजदूर बर्फ हटाने में जुटे हुए हैं. वहीं, अब बर्फ साफ करते-करते टीम कुबेर गदेरे तक पहुंच गई है और अब सिर्फ तीन किमी पैदल मार्ग पर से बर्फ हटाने का कार्य ही शेष रह गया है. ऐसे में उम्मीद है कि मार्च के अंत तक केदारनाथ तक पैदलमार्ग से बर्फ साफ करने का काम पूरा हो जायेगा.
बता दें कि पिछले वर्ष नवंबर माह से अब तक कई बार केदारनाथ धाम सहित पैदल मार्ग पर बर्फबारी हो चुकी है. भारी बर्फबारी के कारण केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण कार्य पहले ही ठप हो चुके थे, जिसके बाद मजदूरों को वापस लौटना पड़ा. धाम में अभी सिर्फ कुछ साधु-संत ही मौजूद हैं.
वहीं, 6 मई को बाबा केदारनाथ के कपाट खुलने हैं. ऐसे में प्रशासन स्तर पर तैयारियां शुरू हो गई हैं. सबसे पहले प्रशासन के सामने गौरीकुंड से केदारनाथ तक 18 किमी पैदलमार्ग पर जमी बर्फ को साफ करने की चुनौती है. 3 मार्च से भीमबली से बर्फ हटाने का कार्य शुरू किया गया. बर्फ को हटाने के काम में 154 मजदूर जुटे हुए हैं, जो कुबेर गदेरे तक पहुंच गए हैं.
कुबेर गदेरे तक मजदूरों ने बर्फ हटाकर 5 फीट चैड़ा रास्ता तैयार कर दिया है. अब सिर्फ 3 किमी पैदल मार्ग ही शेष रह गया है, जहां से बर्फ साफ करने के बाद टीम केदारनाथ पहुंच जायेगी. पैदल मार्ग पर जमी बर्फ हटाने के बाद प्रशासन की टीम केदारनाथ पैदल मार्ग से धाम पहुंचेगी. टीम पैदल मार्ग के साथ ही केदारनाथ धाम में बर्फबारी से हुए नुकसान का निरीक्षण करेगी.