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Ropeway in Kedarnath: पहले चरण के लिए 900 करोड़ की लागत से काम शुरू - first phase of ropeway in Kedarnath

केदारनाथ धाम जल्द ही रोपवे की सुविधा से जुड़ने जा रहा है. इसके पहले चरण में गौरीकुंड से केदारनाथ घोड़ा पड़ाव तक नौ किमी रोप वे लाइन का निर्माण किया जा रहा है. जिसकी लागत नौ सौ करोड़ है. लंबी रोप-वे लाइन निर्माण के लिए भूमि स्थानांतरण और टेंडर प्रक्रिया गतिमान है. केदारनाथ में रोपवे बन जाने से यात्रियों को सहूलियत मिलेगी.

Ropeway in Kedarnath:
जल्द रोपवे से जुड़ेगा केदारनाथ धाम

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Published : Feb 2, 2023, 3:58 PM IST

Updated : Feb 2, 2023, 4:46 PM IST

जल्द रोपवे से जुड़ेगा केदारनाथ धाम

रुद्रप्रयाग: विश्व विख्यात केदारनाथ धाम आने वाले यात्रियों के लिये अच्छी खबर है. आगामी वर्षों में अब केदारनाथ धाम आने वाले यात्रियों को रोपवे की सुविधा मिल पायेगी. इसी वर्ष से रोप-वे निर्माण की प्रक्रिया प्रशासन स्तर पर शुरू हो गई है. फिलहाल, गौरीकुंड से केदारनाथ धाम तक नौ किमी रोपवे लाइन का निर्माण किया जायेगा. नौ किमी लंबी इस रोप-वे लाइन का निर्माण लगभग नौ सौ करोड़ की लागत से किया जायेगा.

बता दें 16-17 जून 2013 को केदारनाथ में आई आपदा के बाद से केदारनाथ धाम को मोटरमार्ग से जोड़ने की मांग हो रही है. विषम भौगोलिक परिस्थितियों के मध्यनजर यहां मोटरमार्ग का निर्माण होना संभव नहीं है. आपदा से पहले जो पैदल मार्ग केदारनाथ धाम को जोड़ता था, वह रामबाड़ा से आगे पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया. रामबाड़ा से आगे नये पैदल मार्ग का निर्माण किया गया है, लेकिन रामबाड़ा से लेकर केदारनाथ घोड़ा पड़ाव तक खड़ी चढ़ाई है. इस चढ़ाई को पार करना बेहद मुश्किल है.

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रामबाड़ा से लेकर केदारनाथ घोड़ा पड़ाव की चढ़ाई को पार करते समय सांस फूलने के कारण कई बार यात्री बीमार हो जाते हैं, जबकि हार्ट के मरीजों की यहां मौत भी हो जाती है. केदारनाथ धाम की पैदल यात्रा से यात्रियों को सुविधा देने के लिये विगत अक्टूबर महीने में केदारनाथ धाम की यात्रा के दौरान देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गौरीकुंड-केदारनाथ रोपवे का शिलान्यास किया था. प्रथम चरण में गौरीकुंड से केदारनाथ के बीच इस केबल कार का निर्माण किया जायेगा. वन भूमि स्थानांतरण के साथ ही टेंडर की प्रक्रिया गतिमान है. इसमें चार स्टेशन बनाये जाएंगे. नौ किमी लंबी लाइन का कार्य 900 करोड़ की लागत से किया जायेगा.

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द्वितीय चरण में गौरीकुंड से सोनप्रयाग तक इसका निर्माण होगा. इस रोप-वे का निर्माण होने से केदारनाथ जाने वाले यात्रियों को जहां सहूलियत मिलेगी, वहीं यात्रा मार्ग पर मरने वाले यात्रियों की संख्या भी कम होगी. नौ किमी की दूरी यात्री 35 से 40 मिनट के भीतर तय करेंगे. अभी पैदल दूरी को तय करते समय आठ से दस घंटे लग जाते हैं. कई बार पैदल मार्ग पर घोड़ा-खच्चरों के अधिक चलने से भी दिक्कतें होती हैं, जबकि हजारों यात्रियों को हेली टिकट भी नहीं मिल पाते हैं. इस रोप-वे के बन जाने के बाद यात्रियों की बहुत सारी दिक्कतें दूर हो जाएंगी. रोप-वे का निर्माण होने के बाद यात्री एक ही दिन में बाबा केदार के दर्शन करके वापस लौट सकते हैं.

Last Updated : Feb 2, 2023, 4:46 PM IST

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