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महिलाओं ने बंजर भूमि को किया सरसब्ज, खेती से बनीं आत्मनिर्भर

रुद्रप्रयाग जिले के धुयेली गांव की काश्तकार महिलाएं बंजर भूमि पर सब्जी की खेती कर प्याज, गोभी, बैंगन, शिमला मिर्च, बिन्स, भिंडी आदि का उत्पादन कर रही है.

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महिलाएं उगा रही बंजर भूमि में सब्जियां

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Published : Oct 30, 2020, 3:19 PM IST

Updated : Oct 30, 2020, 3:26 PM IST

रुद्रप्रयाग : क्षेत्र के ग्राम पंचायत कमेड़ा की धुयेली गांव की महिलाएं सब्जी उत्पादन के क्षेत्र में बेहतर कार्य करके आज मिशाल कायम कर रही हैं. टिहरी जिले के अलावा रुद्रप्रयाग जनपद के कई ग्रामीण क्षेत्रों की काश्तकार महिलाएं धुयेली गांव में आकर महिलाओं से सब्जी उत्पादन की शिक्षा ले रही हैं. धुयेली गांव की महिलाओं ने विगत डेढ़ वर्ष पूर्व रिलायंस फाउंडेशन के साथ मिलकर सब्जी उत्पादन का कार्य किया थास और शुरुआती दौर में ही सब्जी उत्पादन होने से गांव के कई परिवारों की अच्छी आमदनी होने लगी.

महिलाएं उगा रही बंजर भूमि में सब्जियां

दरअसल, जिला मुख्यालय रुद्रप्रयाग से पांच किमी दूर स्थित धुयेली गांव में भी जंगली जानवरों के आतंक से ग्रामीण के खेत बंजर पड़ गये थे, अच्छी पैदावार वाले खेतों में हरियाली की जगह झाडियां उग आई थी, बाद में बंजर पड़े खेतों पर ग्रामीण महिलाएं एवं पुरूष रिलायंस के सहयोग से सब्जी का उत्पादन किए. गांव के उन्नति ग्रामीण महिला समूह ने बंजर खेतों पर प्याज, गोभी, बैंगन, शिमला मिर्च, बिन्स, भिंडी आदि का उत्पादन किया, और पहले ही सीजन में अच्छा सब्जी उत्पादन हुआ. पांच से अधिक परिवारों ने सब्जी उत्पादन किया था. पहले ही सीजन में सब्जी उत्पादन करके प्रत्येक परिवार ने लाखों की आमदनी प्राप्त की.

जंगली जानवरों से छुटकारा दिलाने के लिये रिलायंस फाउंडेश ने कृषि, उद्यान और मनरेगा के साथ मिलकर खेतों में घेरबाड़ भी करवाई, जिससे जंगली जानवरों ने भी खेतों को नुकसान नहीं पहुंचाया. पहले चरण में ग्रामीणों को अपनी सब्जियों को स्वयं ही बाजार लाना पड़ा, लेकिन स्थानीय स्तर पर तैयार होने वाली सब्जी की अत्यधिक मांग होने पर अब शहर के लोग स्वयं ही सब्जी उत्पादन के लिये गांवों की ओर जा रहे हैं. कुछ दिन पूर्व टिहरी जिले की महिलाएं भी धुयेली गांव पहुंची थी, और महिलाओं द्वारा तैयार सब्जी की बागवानी देखकर सब्जी उत्पादन के गुर सीखे थे. इसके अलावा मुख्य विकास अधिकारी और उद्यान अधिकारी ने भी गांव पहुंचकर सब्जी उत्पादन कर रही महिलाओं से वार्ता की और हर संभव मदद का भरोसा दिलाया.

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रिलायंस फाउंडेशन के ओम प्रकाश ने बताया कि यह खेत बंजर पड़े थे. गांव की महिलाएं पहले सब्जी उत्पादन के लिये तैयार नहीं हुई. बामुश्किल महिलाओं को सब्जी उत्पादन के लिये समझाया गया. पहले चरण में अच्छी सब्जी उत्पादन होने पर अब अन्य ग्रामीण भी सब्जी उत्पादन के लिये तैयार हो गए हैं. प्रशासन भी अब महिलाओं की मदद के लिये आगे आया है. खेतों के निचले हिस्से में घेरबाड़ की गई है. अब ऊपरी हिस्से में घेरबाड़ करने की तैयारी की जा रही है.

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उन्नति महिला समूह की अध्यक्ष दीपा देवी ने कहा कि डेढ़ वर्ष पूर्व रिलायंस फाउंडेशन के माध्यम से सब्जी का उत्पादन कार्य शुरू किया था. पांच से अधिक परिवारों ने अपने खेतों में अनेक प्रकार की सब्जियां उगाई. प्रत्येक सीजन में अब अच्छी सब्जियां तैयार हो रही हैं और आर्थिक मुनाफा भी अच्छा हो रहा है. अब गांव के अन्य परिवार भी सब्जी उत्पादन की दिशा में कार्य कर रहे हैं. पहले सब्जी को स्वयं बाजार तक पहुंचाया जाता था, लेकिन अब बाजार लोग स्वयं भी ताजा सब्जी लेने के लिये पहुंच रहे हैं, इससे काश्तकारों को लाभ मिल रहा है.

मुख्य विकास अधिकारी भरत चन्द्र भटट ने गांव का निरीक्षण करते हुये कहा कि महिलाएं सब्जी उत्पादन के क्षेत्र में अच्छा कार्य कर रही हैं. इन महिलाओं से सीख लेकर अन्य गांवों की महिलाएं भी प्रेरित हो रही हैं, जो कि जिले के लिये अच्छी बात है. उन्होंने कहा कि विभाग की तरफ से दी जाने वाली मदद भी महिलाओं को दी जाएगी.

Last Updated : Oct 30, 2020, 3:26 PM IST

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