रुद्रप्रयाग:अलकनंदा और मंदाकिनी नदी के अलावा तमाम सहायक नदियां होने के बाद भी रुद्रप्रयाग जिले की अधिकांश आबादी प्यासी है. यहां की जनता पीने के पानी के लिए दर-बदर भटकने को मजबूर है. पेयजल योजनाओं के निर्माण पर करोड़ों रुपये खर्च तो होते हैं लेकिन ग्रामीणों को पानी नसीब नहीं हो पाता है.
रुद्रप्रयाग के अगस्त्यमुनि विकासखंड की ग्राम पंचायत कुरझण के नैणी तोक में पिछले 10 महीने से पेयजल संकट बना हुआ है. गांव को पेयजल आपूर्ति कराने वाली योजना सड़क निर्माण से क्षतिग्रस्त हो चुकी है. जिससे ग्रामीण पानी को लेकर खासे परेशान हैं.
ग्रामीणों ने सीएम को ज्ञापन भेजकर गांव में जल्द से जल्द पेयजल आपूर्ति दुरुस्त कराने की मांग की है. मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में ग्रामीण नवीन पांडे, सच्चिदानंद पुरोहित, किशोरी, हरेंद्र, बृज लाल, रोशन समेत अन्य लोगों का कहना है कि पिछले साल जून में कुरझण-दशज्यूला कांडई लिंक मोटरमार्ग का निर्माण किया गया था. निर्माण के दौरान नैणी तोक को पेयजल आपूर्ति करने वाली पेयजल लाईन क्षतिग्रस्त हो गई थी उसके बाद से ही गांव के 10 परिवार पानी के लिए दर-दर भटक रहे हैं.
पढ़ें-बेटी को विदा कर लौट रहा परिवार हादसे का शिकार, दुल्हन की मां-दादी समेत चार की मौत
ग्रामीणों का कहना है कि इस बावत जिला प्रशासन और जल संस्थान को भी अवगत कराया गया है. लेकिन अभी तक किसी ने क्षतिग्रस्त पेयजल लाइन का निरीक्षण तक नहीं किया. उन्होंने मुख्यमंत्री से लोगों की परेशानियों को देखते हुए जल्द से जल्द पेयजल लाइन को दुरूस्त करने की मांग की. जिससे ग्रामीणों को कुछ राहत मिल सके.