रुद्रप्रयाग:ऑल वेदर रोड़ का निर्माण कार्य कर रही कार्यदायी संस्थाएं नियमों की धज्जियां उड़ाने में लगी हैं. पहाड़ी को काटने के लिए रात के समय विस्फोट किए जा रहे हैं, जिससे आस-पास के लोगों में भय का माहौल बना हुआ है. साथ ही लोगों को काफी परेशानियों का सामना भी करना पड़ रहा है. इसके साथ ही कार्यदायी संस्था मलबे और बोल्डरों को अलकनंदा और मंदाकिनी नदी में गिरा रही है, जिससे नदियां मैली होकर बह रही है. इसके आलवा नदियों में पाए जाने वाले जीव-जंतुओं का अस्तित्व भी खतरे में है.
स्थानीय लोगों ने कार्यदायी संस्थाओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. यह स्थिति एक जगह नहीं, बल्कि कई जगह पर है. जहां मलबे को डंपिंग जोन में डालने के बजाय नदियों में डाला जा रहा है. चारधाम परियोजना के अंतर्गत बद्रीनाथ और केदारनाथ हाईवे के चैड़ीकरण का कार्य जारी है. कार्यदायी संस्थाओं को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि हाईवे पर होने वाली कटिंग का मलबा नदी से दूर डाला जाएगा, लेकिन यहां कार्यदायी संस्थाएं नियमों को ताक पर रखते हुए भारी मात्रा में मलबे और बोल्डरों को नदियों में गिरा रही हैं. बदरीनाथ हाईवे पर रुद्रप्रयाग के निकट पिछले कई माह से हाईवे चौड़ीकरण का कार्य चल रहा है, लेकिन यहां पर मलबा डंपिंग जोन में डालने के बजाय नदी में भी डाला जा रहा है. नदि किनारे मलबे के ढ़ेर लगे हुए हैं.