रुद्रप्रयागः विश्व विख्यात केदारनाथ धाम एक ऐसा धाम हैं, जहां हर साल लाखों यात्री तो बाबा केदार के दर्शनों के लिए पहुंचते ही हैं, साथ ही उत्तराखंड के कोने-कोने से देवी-देवताओं की डोली भी केदारनाथ पहुंचकर बाबा केदार के दर्शन करती हैं. इससे यही प्रतीत होता है कि इंसानों के साथ ही देवताओं की भी बाबा केदार के प्रति गहरी आस्था है.
उत्तराखंड के चारों धामों में सबसे कठिन यात्रा केदारनाथ धाम की है. बरसात में बाबा केदार की यात्रा और भी कठिन हो जाती है. बरसात के समय केदारनाथ पहुंचने वाले तीर्थ यात्रियों को बारिश, भूस्खलन समेत उफनते नदी-नालों को पार करके केदारनाथ पहुंचना होता है. हर साल बाबा केदार के कपाट मात्र 6 महीने के लिए ही खुलते हैं, लेकिन इन 6 महीनों में ही लाखों तीर्थयात्री देश के कोने-कोने से बाबा केदार के दर्शनों के लिए पहुंचते हैं. यात्रियों के साथ ही उत्तराखंड के अनेक हिस्सों से देव डोलियां भी बाबा केदार के प्रति आस्था जताती है. यही कारण है कि हर साल उत्तराखंड के अनेक हिस्सों से देवी और देवताओं की डोली भी केदारनाथ के दर्शनों के लिए पहुंचती हैं.