रुद्रप्रयाग: रेलवे का काम (Rudraprayag Railway Work) कर रही मेघा कंपनी (Rudraprayag Megha Company) से जवाड़ी के ग्रामीणों को पैदा हो रही परेशानियों से आक्रोशित ग्रामीणों ने दो घंटे कंपनी का काम रोके रखा. जबकि मलबा ला रहे ट्रकों को भी सड़क पर ही रोक दिया. इस दौरान ग्रामीणों ने कंपनी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. बाद में कंपनी के अधिकारियों की ग्रामीणों के साथ वार्ता हुई, जिसमें एक सप्ताह के भीतर कार्रवाई का भरोसा दिया गया.
दो घंटे तक रेलवे का काम कर रही कंपनी का ग्रामीणों ने रोका काम, आश्वासन मिलने के बाद हुए शांत - रेलवे का काम
रेलवे का काम (Rudraprayag Railway Work) कर रही मेघा कंपनी (Rudraprayag Megha Company) के खिलाफ ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर विरोध जताया.इस दौरान ग्रामीणों ने कंपनी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. बाद में कंपनी के अधिकारियों की ग्रामीणों के साथ वार्ता हुई, जिसमें एक सप्ताह के भीतर कार्रवाई का भरोसा दिया गया.
जवाई बाईपास चोपड़ा मोटर मार्ग (Jawai Bypass Chopra Motor Road) पर गंदा पानी गिरने से फैली गंदगी को दूर करने और सड़क की हालत सुधारने के साथ ही कंपनी में स्थानीय लोगों को योग्यता के अनुसार नौकरी देने की मांग को लेकर जवाड़ी के ग्रामीणों ने बीते दिन जवाड़ी बाईपास पर मेघा कंपनी का काम दो घंटे रोका. साथ ही सड़क पर आ रहे भारी ट्रकों को भी रोक (Villagers protest in Rudraprayag) दिया. ग्रामीणों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि कंपनी क्षेत्रीय लोगों के साथ अभद्रता कर रही है. साथ ही उनके आवाजाही के मार्ग को पूरी तरह क्षतिग्रस्त कर रहे हैं. सड़क पर सीवर का गंदा पानी फेंका जा रहा है. लोगों का सड़क पर चलना मुश्किल हो गया है.
पढ़ें-ब्रिटिश कालीन सिस्टम और 'लाठी' के सहारे कानून की रखवाली, फिर उठे रेवेन्यू पुलिस पर सवाल
कंपनी लोगों की समस्याओं का समाधान नहीं कर रही है, जबकि कई बार कंपनी के अफसरों को इस बात के बारे में बता दिया गया है. इस मौके पर ग्रामीणों के विरोध के बाद कंपनी के अधिकारियों ने ग्रामीणों से वार्ता की और एक सप्ताह में समस्याओं को दूर करने का भरोसा दिया. इधर, ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि एक सप्ताह में कार्रवाई नहीं हुई तो कंपनी के खिलाफ उग्र आंदोलन किया जाएगा. इस मौके पर सरिता देवी, कमला देवी, उमेद सिंह, जगदीश प्रसाद, सामाजिक कार्यकर्ता जगदम्बा नौटियाल, विक्रम कप्रवाण, राम सिंह, मनोज सिंह, मान सिंह, शीशपाल, सुनील कप्रवाण, उमेश सिंह, वीरेंद्र बुटोला, विजेंदर सिंह, राम सिंह सहित बड़ी संख्या में महिलाएं मौजूद थी.