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कंथार गांव के लोगों ने सरकार को दिखाया आईना, बिना सरकारी मदद तैयार की सड़क - illagers of Kanthar village built the road

रुद्रप्रयाग के कंथार गांव को सड़क से जोड़ने के लिए ग्रामीण कई बार शासन-प्रशासन से गुहार लगा चुके थे, लेकिन जब कहीं से सड़क की उम्मीद नहीं दिखाई दी तो युवा देवेंद्र गौड़ के नेतृत्व में कंथार के ग्रामीणों ने सड़क निर्माण का बीड़ा उठा लिया.

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कंथार गांव के लोगों ने सरकार को दिखाया आईना

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Published : Jul 27, 2020, 7:26 PM IST

Updated : Jul 27, 2020, 7:36 PM IST

रुद्रप्रयाग:कहते हैं ना लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती. यह पंक्तियां विकासखंड जखोली की ग्राम पंचायत सेमा-भरदार के कंथार गांव के ग्रामीणों पर सटीक बैठती है. लाख कोशिशों के बावजूद जब सड़क निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ तो ग्रमीणों ने खुद ही सरकार को आईना दिखाने का फैसला किया. ग्रामीणों ने बिना किसी सरकारी मदद के गांव में खुद ही सड़क पहुंचाने का बीड़ा उठाते हुए सड़क निर्माण का काम शुरू किया. पहले चरण में ग्रामीणों ने दुपहिया वाहनों के लिये सड़क तैयार कर दी है. अब दूसरे चरण में ग्रामीण चौपहिया वाहनों के लिये सड़क बनाने में जुटे हैं.

रुद्रप्रयाग के कंथार गांव को सड़क से जोड़ने के लिए ग्रामीण कई बार शासन-प्रशासन से गुहार लगा चुके थे, लेकिन जब कहीं से सड़क की उम्मीद नहीं दिखाई दी तो युवा देवेंद्र गौड़ के नेतृत्व में कंथार के ग्रामीणों ने सड़क निर्माण का बीड़ा उठा लिया. ग्रामीणों ने कुदाल-फावड़ा उठाकर सड़क निर्माण का काम शुरू किया. पिछले डेढ़ महीने से लगातार सड़क निर्माण के काम में जुटे हैं.

कंथार गांव के लोगों ने सरकार को दिखाया आईना.

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तिलवाड़ा-मयाली-घनसाली मोटरमार्ग से कंथार गांव तक एक किमी सड़क का निर्माण किया जा रहा है. हर रोज करीब 40 लोग बिना किसी सरकारी सहायता के यहां काम कर रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि खड़ी चढ़ाई होने के कारण ग्रामीणों को बड़ी परेशानी हो रही थी. बीमार व्यक्ति को सड़क तक पहुंचाने के लिए लोगों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ती थी. गांव में सड़क न होने से यहां से लगातार पलायन हो रहा था. सरकार से पत्राचार करने के बावजूद इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया. जिसके बाद सभी ग्रामीणों ने आत्मनिर्भर होते हुए सड़क निर्माण करने का फैसला लिया. जिसके पहले चरण का काम अंतिम दौर में है. 30 मई को सड़क का काम शुरू हुआ था जो अभी भी जारी है.

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सड़क निर्माण में गांव के सभी ग्रामीण भागीदारी कर रहे हैं. ग्रामीण बुजुर्ग, महिलाएं, युवा और बच्चे सुबह से ही सड़क निर्माण के काम में जुट जाते हैं, जो देर शाम तक इस काम में लगे रहते हैं. ये ग्रामीणों की ही मेहनत का नतीजा है कि आज बिना किसी सरकारी सहायता के यहां दुपहिया वाहनों के लिये सड़क बना दी गई है. जल्द ही यहां बड़े वाहनों के लिए भी सड़क निर्माण को पूरा कर लिया जाएगा.

Last Updated : Jul 27, 2020, 7:36 PM IST

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