उत्तराखंड

uttarakhand

10 मई को रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड नेशनल हाईवे पर चक्का जाम की चेतावनी, ग्रामीणों ने पीएमओ को भेजा ज्ञापन

By

Published : Apr 16, 2022, 4:52 PM IST

शनिवार को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत गड़गू गांव के सैकड़ों ग्रामीण गड़गू गांव के मध्य बन रहे बस स्टेशन पर एकत्रित हुए तथा गड़गू गांव से गैड़ तक जोरदार प्रदर्शन करते हुए प्रदेश सरकार और एनपीसीसी के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की. ग्रामीणों ने एनपीसीसी के निर्माणाधीन गैड़-गड़गू मोटरमार्ग पर कुछ स्थानों पर चल रहे निर्माण कार्यों को भी रुकवाया.

Rudraprayag latest news
ग्रामीणों ने पीएमओ को भेजा ज्ञापन.

रुद्रप्रयाग:एनपीसीसी के निर्माणाधीन गैड़-गड़गू मोटर मार्ग पर कछुआ गति से कार्य होने, मार्ग निर्माण में गुणवत्ता को दर-किनार करने सहित आठ सूत्रीय मांगो को लेकर गड़गू गांव के ग्रामीणों ने गड़गू से गैड़ तक विशाल प्रदर्शन किया. इस मौके पर ग्रामीणों ने अपने गुस्से का इजहार करते हुए राज्य सरकार और एनपीसीसी के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की. वहीं, ग्रामीणों ने विभिन्न स्थानों पर चल रहे निर्माण कार्य को भी रुकवाया तथा तहसील प्रशासन के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजकर निर्माण कार्यों में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई न होने पर 10 मई को रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड नेशनल हाईवे पर चक्काजाम की चेतावनी दी.

शनिवार को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत गड़गू गांव के सैकड़ों ग्रामीण गड़गू गांव के मध्य बन रहे बस स्टेशन पर एकत्रित हुए तथा गड़गू गांव से गैड़ तक जोरदार प्रदर्शन करते हुए प्रदेश सरकार और एनपीसीसी के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की. ग्रामीणों ने एनपीसीसी के निर्माणाधीन गैड़-गड़गू मोटरमार्ग पर कुछ स्थानों पर चल रहे निर्माण कार्यों को भी रुकवाया.

प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए जिला पंचायत सदस्य कालीमठ विनोद राणा ने कहा कि विभागीय मानकों के अनुसार गैड़-गड़गू निर्माणाधीन मोटर मार्ग का निर्माण कार्य मार्च 2022 में पूरा होना था, मगर एनपीसीसी की लापरवाही से दो किमी मोटर मार्ग पर तीन वर्षों में मात्र 70 प्रतिशत कार्य हो पाया है. उन्होंने कहा कि मोटरमार्ग पर कछुआ गति से हो रहे निर्माण कार्य की शिकायत कई बार जिला योजना व क्षेत्र पंचायत की बैठकों में की गई, मगर सरकारी हुक्मरान ग्रामीणों की फरियाद सुनने के लिए राजी नहीं है.

पढ़ें-अल्मोड़ा में 250 हेक्टेयर जंगल जलकर हुआ राख, वन विभाग के पास कर्मचारियों का टोटा, कैसे बुझेगी आग?

क्षेत्र पंचायत सदस्य लक्ष्मण सिंह राणा ने कहा कि मोटरमार्ग पर कछुआ गति से हो रहे निर्माण कार्य की शिकायत प्रदेश सरकार, जिला व तहसील प्रशासन तक की गई, लेकिन आज तक किसी भी स्तर से दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई है. ग्रामीणों द्वारा 15 दिन पूर्व तहसील प्रशासन को आठ सूत्रीय मांग सौंपकर कार्रवाई की मांग की गयी थी, मगर प्रशासन के किसी भी अधिकारी ने ग्रामीणों के साथ वार्ता नहीं की, जिससे स्पष्ट हो गया है कि मोटरमार्ग पर कछुआ गति से निर्माण कार्य शासन-प्रशासन के संरक्षण में हो रहा है.

वन पंचायत सरपंच गब्बर सिंह ने कहा कि मोटरमार्ग के ऊपरी हिस्सों में सुरक्षा दीवारों का निर्माण कार्य न होने से ग्रामीणों के आवासीय भवनों को खतरा बना हुआ है, जिसकी शिकायत एनपीसीसी के अधिकारियों सहित शासन-प्रशासन से की गयी, लेकिन किसी भी स्तर से ग्रामीणों की फरियादियों पर अमल नहीं हुआ है.

वहीं, मोटरमार्ग का निर्माण कार्य कछुआ गति से होने के कारण मार्ग जानलेवा बना हुआ है, जिससे ग्रामीणों को जान जोखिम डालकर आवाजाही करनी पड़ रही है. प्रदर्शन के बाद ग्रामीणों ने तहसील प्रशासन के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजकर निर्माणाधीन मोटर मार्ग पर त्वरित गति से निर्माण कार्य न होने पर 10 मई को रुद्रप्रयाग-गौरीकुण्ड नेशनल हाईवे पर चक्काजाम की चेतावनी दी है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details