रुद्रप्रयाग:केदारनाथ हाईवे स्थित फाटा तरसाली में तीसरे दिन वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई है. हाईवे खुलने से जहां केदारनाथ जाने और वहां से आने वाले यात्रियों ने राहत की सांस ली, वहीं केदारघाटी की जनता को भी राहत मिली है. इधर, जनपद में भारी बारिश के कारण 26 मोटरमार्ग अवरुद्ध होने से ग्रामीण क्षेत्रों की समस्याएं बढ़ गई हैं.
10 अगस्त केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग का तरसाली फाटा के समीप पहाड़ी से चट्टान टूटने से 60 मीटर हिस्सा ध्वस्त हो गया था, जिसके बाद से राजमार्ग को खोलने की कार्रवाई चल रही थी. शुक्रवार को राजमार्ग से मलबा साफ करते समय एक वाहन मलबे में दबा मिला, जिसमें सवार पांच लोग मृत पाए गए थे. राजमार्ग पर देर शाम तक वाहन के मलबे के साथ ही शवों को निकालने का रेस्क्यू किया गया. इसके बाद शनिवार को राजमार्ग को वाहनों की आवाजाही के लिए सुचारू किया गया.
पिछले 3 दिन से मार्ग बंद होने से तरफ तरफ हजारों की संख्या में यात्री फंसे हुए थे. मार्ग खुलने के बाद यात्रियों ने राहत की सांस ली. जबकि केदारघाटी की जनता को भी राहत मिली. अभी भी राजमार्ग पर भारी मात्रा में मलबा पड़ा है, जिसे अब विभाग की ओर से धीरे-धीरे साफ किया जा रहा है. फिलहाल, वाहनों के आवागमन के लिए राजमार्ग को तैयार किया गया है. जिले में लगातार हो रही बारिश के कारण 26 सड़क मार्ग अवरुद्ध चल रहे हैं. अवरुद्ध सड़क मार्ग में 11 सड़कें लोक निर्माण विभाग रुद्रप्रयाग, 4 सड़कें लोक निर्माण विभाग ऊखीमठ, 6 सड़कें पीएमजीएसवाई रुद्रप्रयाग, पीएमजीएसवाई जखोली की 4 सड़कें शामिल हैं. लिंक मार्गों के बंद होने से ग्रामीण जनता को मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है.
ये भी पढ़ेंःकेदारनाथ हाईवे पर तरसाली में बड़ा भूस्खलन, मलबे के नीचे दबा वाहन, NH का 60 मीटर हिस्सा गायब
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने कहा कि तरसाली में बंद चल रहे केदारनाथ हाईवे पर आवागमन शुरू हो गया है. उन्होंने कहा कि यहां पर राजमार्ग तीसरे दिन खुला, जिससे हाईवे के दोनों ओर फंसे हजारों श्रद्धालुओं ने राहत की सांस ली है. उन्होंने बताया कि जिले में दो दर्जन लिंक मार्ग बंद चल रहे हैं, जिन्हें खोलने का कार्य लगातार जारी है.
ये भी पढ़ेंःउत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में बड़ा हादसा, मलबे में दबा वाहन, दूसरे दिन मिले पांच शव