रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम में यात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएंं उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है. केदारनाथ धाम सहित यात्रा पड़ाव में यात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए वार्मरूम और वेंटिलेटर स्थापित किए जाएंगे. इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने देशभर में एमबीबीएस डॉक्टरों से केदारनाथ धाम में अपनी सेवाएं देने की अपील की है. केदारनाथ धाम में सेवाएं देने पर डॉक्टरों को रहने और खाने की उचित व्यवस्था विभाग करेगा.
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समुद्र तल से साढ़े ग्यारह हजार फीट की ऊंचाई पर बसे ग्यारहवें ज्योतिर्लिंग भगवान केदारनाथ की यात्रा 29 अप्रैल से शुरू होने जा रही है. 18 किमी की दुर्गम पैदल यात्रा के साथ अधिक ऊंचाई और भारी ठंड के कारण केदारनाथ धाम और पैदल रास्तों में ऑक्सीजन की भारी कमी रहती है. ऐसे में बुजुर्ग तीर्थ यात्रियों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है.
केदारनाथ में यात्रियों को मिलेगी बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं पिछले कई वर्षों के अनुभवों से सबक लेते हुए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग बेहतर सुविधाओं को देने के लिए प्रयास कर रहा है. ठंड और ऊंचाई पर बुजुर्गों के लिए जिला प्रशासन रास्ते भर में वार्मरूम बनाने जा रहा है.
केदारनाथ धाम अधिक ऊंचाई पर होने के साथ ही यात्रा भी अति दुर्गम है, जिसके कारण श्रद्धालुओं को दिक्कत का सामना करना पड़ता है. ऐसी स्थिति को देखते हुए सोनप्रयाग, गौरीकुण्ड, चिरबासा, जंगलचट्टी, भीमबली, रामबाड़ा, छोटी लिनचैली, बड़ी लिनचैली, भैरव ग्लेशियर, रुद्राप्वांइट, बेस कैम्प के साथ ही केदारनाथ धाम में स्वास्थ्य विभाग का विशेष फोकस रहेगा.
सोनप्रयाग के बाद से ही जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के परीक्षा की घड़ी शुरू हो जाती है. इन्हीं संवेदनशील स्थानों पर स्वास्थ्य सेवाओं की सबसे अधिक आवश्यकता पड़ती है. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की योजना के मुताबिक सब कुछ ठीक रहा तो इस वर्ष यात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिल सकता है.