रुद्रप्रयाग:भगवान केदारनाथ के कपाट अगले छह महीने के लिए खोल दिए गए हैं. इस मौके पर भगवान केदारनाथ के धाम को भव्य और दिव्य तरीके से 11 क्विंटल फूलों से सजाया गया था. केदारनाथ के रावल भीमाशंकर लिंग एवं जिलाधिकारी मनुज गोयल भी केदारनाथ धाम में इस मौके पर मौजूद थे. सुबह पांच बजे भगवान केदारनाथ के कपाट विधि-विधान और वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ खोले गए.
सुबह 3.30 बजे से शुरू हो गई थी प्रक्रिया
आज तड़के 3:30 बजे से केदारनाथ धाम के प्रधान पुजारी बागेश लिंग व विद्वान आचार्यों द्वारा केदार पुरी में पंचाग पूजन के तहत भगवान केदारनाथ सहित अनेक देवी- देवताओं का आह्वान किया गया. ठीक पांच बजे रावल भीमाशंकर लिंग द्वारा जिला, तहसील प्रशासन व देव स्थानम् बोर्ड के अधिकारियों तथा तीर्थ पुरोहित की मौजूदगी में कपाट खोलने की घोषणा के साथ ही विश्व कल्याण व क्षेत्र की खुशहाली की कामना की गई. रावल भीमाशंकर लिंग की कामना के बाद भगवान केदारनाथ के कपाट पौराणिक परम्पराओं व विधि-विधान से खोले गए. कपाट खुलते समय केदार पुरी जय भोले, जय केदार के उद्घोषों से गुंजायमान हो उठी. कपाट खुलने के बाद भक्तों ने बाबा केदार के स्वयंभू लिंग के दर्शन कर विश्व कल्याण की कामना की.
नए स्वर्ण मुकुट से सुशोभित होगा स्वयंभू लिंग
18 मई मंगलवार को केदारनाथ के क्षेत्रपाल के रूप में पूजनीय आराध्य भगवान भैरवनाथ के कपाट खुलने के साथ ही भगवान केदारनाथ की सायंकालीन आरती भी शुरू हो जाएगी. इसी दिन आराध्य के स्वयंभू लिंग पर नए स्वर्ण मुकुट को भी सुशोभित किया जाएगा. रावल भीमाशंकर लिंग द्वारा 900 ग्राम के इस स्वर्ण मुकुट के संरक्षण की जिम्मेदारी देवस्थानम बोर्ड को सौंपी गई है. केदारनाथ के 1008 रावल भीमाशंकर लिंग ने शीतकाल में 900 ग्राम स्वर्ण मुकुट का बंगलूरू में निर्माण कराया है.
इस स्वर्ण मुकुट को लेकर खास बात यह है कि देवताओं में बाबा केदार और मनुष्य में सिर्फ केदारनाथ के रावल ही इसे धारण करते हैं. बीते 7 मई को पंचकेदार गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में प्रशासन, पुलिस, देवस्थानम बोर्ड और हक-हकूकधारियों की संयुक्त बैठक में रावल भीमाशंकर लिंग ने इस नए स्वर्ण मुकुट का अनावरण किया था.
बिना श्रद्धालुओं के खुले कपाट
वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के कारण चारधाम यात्रा स्थगित होने के बाद इस बार भी भगवान केदारनाथ के कपाट सादगी से खुले. इस समय कुछ ही तीर्थ पुरोहितों को केदारनाथ धाम जाने की अनुमति दी गई है.
शनिवार और रविवार को पहुंच गए थे अधिकारी
कपाट खोलने की तैयारियों को लेकर शनिवार और रविवार को ही अधिकारी और कर्मचारी केदारनाथ धाम पहुंच गए थे. लेकिन, भक्तों के बिना बाबा का दरबार वीरान है.
11 क्विंटल फूलों से सजा बाबा का धाम
ऋषिकेश निवासी सौरभ कालरा के सहयोग से भगवान केदारनाथ के मंदिर को 11 क्विंटल पुष्पों से सजाया गया. केदारनाथ के रावल भीमाशंकर शंकर लिंग, जिलाधिकारी मनुज गोयल, नायब तहसीलदार जयबीर राम बधाणी भी भगवान केदारनाथ के कपाट खोलने के लिए केदारनाथ धाम पहुंचे. देवस्थानम् बोर्ड के अधिकारी और डोली प्रभारी यदुवीर पुष्वाण ने बताया कि भगवान केदारनाथ सहित सभी सहायक मंदिरों को रंग रोगन कर सजाया गया है. बिजली एवं पानी की आपूर्ति सुचारू कर दी गयी है.
सीएम तीरथ ने दी शुभकामनाएं
सीएम तीरथ सिंह रावत ने शुभकामनाएं देते हुए श्रद्धालुओं से अपील की है कि वो अपने घरों में रहकर पूजा-अर्चना करें.