रुद्रप्रयाग: इस बार भगवान केदारनाथ के कपाट खुलने के बाद पहली बार केदार पुरी शुभप्रभात केदार स्तोत्र से गुंजायमान होगी. शुभप्रभात केदार स्तोत्रम के उच्चारण से जहां केदारपुरी का वातावरण भक्तिमय होगा, वहीं केदारनाथ धाम पहुंचने वाले श्रद्धालु शुभप्रभात केदार स्तोत्र की महिमा से रूबरू होंगे. शुभप्रभात केदार स्तोत्र को बदरी-केदार मंदिर समिति के वेदपाठी मृत्युंजय हिरेमठ ने स्वर दिया है.
शुभप्रभात केदार स्तोत्र में 15 पदों को शामिल किया गया है. शुभप्रभात केदार स्तोत्र के प्रथम तीन पदों को शिव पुराण के सृष्टिखण्ड के रूद्र संहिता से लिया गया है. बाकी 12 पदों को दिल्ली निवासी अंकुर नागपाल ने लिखा है. शुभप्रभात केदार स्तोत्र के उच्चारण व गायन से जहां ब्रह्म बेला से ही केदारपुरी का वातावरण भक्तिमय बना रहेगा. वहीं भगवान केदारनाथ के दर पर पहुंचने वाले शिव भक्तों को भगवान शंकर की महिमा का विस्तृत ज्ञान होगा. केदार स्तोत्र को स्वर देने वाले वेदपाठी मृत्युंजय हिरेमठ ने बताया कि शुभप्रभात केदार स्तोत्र के प्रकाशन की लालसा बहुत पहले से थी, मगर भगवान केदारनाथ की आज्ञा स्वरूप ही शुभप्रभात केदार स्तोत्र का प्रकाशन हो पाया है.
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