रुद्रप्रयाग: सात सूत्रीय मांगों को लेकर ग्रामीण डाक सेवकों की अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी है. हड़ताल के तीसरे दिन ग्रामीण डाक सेवकों ने मुख्य डाकघर रुद्रप्रयाग में धरना-प्रदर्शन किया. ग्रामीण डाक सेवकों ने मांगों पर जल्द से जल्द कार्यवाही की मांग की है. डाक सेवकों के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने से ग्रामीण क्षेत्रों में व्यवस्थाएं लड़खड़ा गई हैं.
मुख्य डाकघर रुद्रप्रयाग में धरना-प्रदर्शन करते हुए डाक सेवकों ने कहा लम्बे समय से सात सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन किया जा रहा है, बाजवूद उनकी मांगों पर कार्यवाही नहीं हो पाई है. ऐसे में ग्रामीण डाक सेवकों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया. डाक सेवकों की आठ घंटे काम और पेंशन सहित सभी लाभ प्रदान किए जाने, नियमित कर्मचारियों के समान एक जनवरी 2016 से टीआरसी (समय सबंधित निरंतरता भत्ता) का 12, 24 और 30 वर्ष की सेवा पूरी करने पर तर्कसंगत निर्धारण सहित कमलेश चन्द्र समिति की सभी सकारात्मक सिफारिशों पर तत्काल कार्यवाही करने, समूह बीमा कवरेज को पांच लाख रुपए, विभागीय कर्मचारियों के साथ समानता में जीडीएस ग्रेच्युटी में वृद्धि, 180 दिनों तक की सवैतनिक छुट्टी को आगे बढ़ाने और उसका नगदीकरण करने, जीडीएस और उनके परिवार के सदस्यों को चिकित्सा सुविधाओं का प्रावधान, जीडीएस और विभाग के योगदान को तीन प्रतिशत से बढ़ाकर दस प्रतिशत करने तथा सभी सेवानिवृत्त जीडीएस को तदर्थ पेंशन प्रदान करने, सभी प्रोत्साहन योजनाओं व प्रणालियों को समाप्त करने तथा जीडीएस द्वारा किए गए सभी कार्यों, जैसे आईपीपीबी, पीएलआई, बचत योजनाएं और एमजीएनआरईजीएस को उनके कार्यभार मूल्यांकन में शामिल करने की मांग की गई है.