रुद्रप्रयाग: द्वितीय केदार भगवान मदमहेश्वर धाम के कपाट आज शीतकाल के लिए बंद होंगे. धाम के कपाट बंद करने के लिए मंदिर समिति के अधिकारी मद्महेश्वर धाम पहुंच गए हैं. शुक्रवार को शुभ लग्नानुसार भगवान मदमहेश्वर के कपाट शीतकाल के लिए विधि-विधान से बंद कर दिये जाएंगे. वहीं भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली के कैलाश से ऊखीमठ आगमन पर ऊखीमठ और मनसूना में लगने वाले मेलों की तैयारियां जोरों पर है.
मंदिर समिति द्वारा भी आंकारेश्वर मंदिर को भव्य रूप से सजाने की तैयारियां शुरू कर दी गयी हैं. जानकारी देते हुए कार्याधिकारी आरसी तिवारी ने बताया कि शुक्रवार को भगवान मदमहेश्वर के कपाट शुभ लग्नानुसार शीतकाल के लिए वेद ऋचाओं के साथ बंद कर दिये जाएंगे और कपाट बंद होने के बाद भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली कैलाश से रवाना होगी. विभिन्न यात्रा पड़ावों पर श्रद्धालुओं को आशीर्वाद देते हुए प्रथम रात्रि प्रवास के लिए गौंडार गांव पहुंचेगी.
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उन्होंने बताया कि 19 नवंबर को भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली गौंडार गांव से रवाना होगी और रात्रि प्रवास के लिए राकेश्वरी मंदिर रांसी पहुंचेगी. इसके बाद 20 नवंबर को भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली राकेश्वरी मन्दिर रांसी से रवाना होकर अंतिम रात्रि प्रवास के लिए गिरीया गांव पहुंचेगी. 21 नंवबर को गिरीया गांव से रवाना होकर शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मन्दिर में विराजमान होगी.