रुद्रप्रयाग:सफाई कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने से नगर क्षेत्र में गंदगी का अम्बार लगा हुआ है. काफी समझाने के बाद भी सफाई कर्मचारी मानने को तैयार नहीं हैं. ऐसे में सफाई का जिम्मा स्वयं उठाते हुए नगर पालिका की अधिशासी अधिकारी सीमा रावत डम्पर लेकर नगर क्षेत्र में पहुंची, जहां उन्हें सफाई कर्मचारियों के गुस्से का सामना करना पड़ा.
इस दौरान अधिशासी अधिकारी को दो घंटे तक डम्पर के भीतर कैद रहना पड़ा. पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में उन्हें बाहर निकाला गया. दरअसल, नौ सूत्रीय मांगों को लेकर नगर पालिका के सफाई कर्मचारी तीन दिन से हड़ताल कर रहे हैं. सफाई कर्मचारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं की जाती, तब तक हड़ताल जारी रहेगा. ऐसे में चारों ओर फैली गंदगी को देखते हुए पालिका ईओ सीमा रावत ने शुक्रवार सुबह सभासद लक्ष्मण सिंह के साथ डम्पर लेकर गंदगी साफ करने की ठानी, मगर उनके मंसूबों को सफाई कर्मचारियों ने पूरा नहीं होने दिया.
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नगर पालिका क्षेत्र के नए बस अड्डे पर जब नेपालियों की मदद से डम्पर में कूड़ा भरा गया तो सफाई कर्मचारी मौके पर पहुंच गए. सफाई कर्मचारियों ने डम्पर को आगे नहीं जाने दिया. वहीं, डम्पर के भीतर बैठी अधिशासी अधिकारी, सफाई निरीक्षक और सभासद भी बाहर आने की जहमत नहीं उठा पाए. करीब दो घंटे तक तीनों ही डम्पर के भीतर रहे और पुलिस के आने का इंतजार करते रहे.
वहीं, जब पुलिस मौके पर पहुंची तो उन्होंने सफाई कर्मचारियों को हटाने के बजाय आपसी सुलह समझौते की बात कही. ऐसे में ईओ सीमा रावत को गुस्सा आ गया और वे अपने आवास पर जा पहुंची. उन्होंने इसकी शिकायत जिलाधिकारी से की. जिलाधिकारी ने पुलिस अधीक्षक को मामले में सक्रियता बरतने को कहा, जिसके बाद शाम के समय तहसील और पुलिस प्रशासन की मदद से बाजार में फैली गंदगी को साफ करवाया गया. नगर पालिका ईओ सीमा रावत ने कहा कि सुबह के समय वैकल्पिक व्यवस्था के तहत डम्पर से सफाई करने पर सफाई कर्मचारियों ने डम्पर को रोका और उन्हें दो घंटे तक वाहन से बाहर नहीं आने दिया. प्रशासन से भी सहयोग नहीं मिल रहा है. उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन से सहयोग मिले तो वैकल्पिक व्यवस्था को बेहतर तरीके से चलाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि बोर्ड बैठक में सफाई कर्मचारियों की जायज मांगों पर कार्रवाई की गई है.
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उन्होंने बताया कि सफाई कर्मचारियों का वेतन ढाई हजार बढ़ाया गया है. कर्मचारी नाजायज मांग कर रहे हैं. नौ मांगों में समान कार्य समान वेतन की मांग के अलावा सभी पर कार्रवाई की गई है. उन्होंने कहा कि पालिका के पास बजट की भारी कमी है. अन्य पंचायत एवं पालिकाओं में सफाई कर्मचारियों को नगर पालिका रुद्रप्रयाग से कम वेतन दिया जा रहा है, बावजूद इसके पालिका कर्मचारी हड़ताल कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सफाई कर्मियों को तीन दिन का समय दिया गया है, बावजूद इसके अगर कर्मचारी नहीं माने तो पालिका नियमानुसार कार्रवाई करेगी.
मामलें में जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने कहा कि नगर पालिका को वैकल्पिक व्यवस्था कर नगर की सफाई करने को कहा गया है. इसके साथ ही पालिका कर्मचारियों से वार्ता चल रही है. उनकी मांगों पर कार्रवाई के लिए अधिशासी अधिकारी को कहा गया है, जल्द ही सफाई कर्मचारियों की समस्या का समाधान निकाला जायेगा.