रुद्रप्रयागःउत्तराखंड में चारों धामों की यात्रा जारी है. लेकिन मॉनसून सीजन के कारण चारों धामों की यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या में कमी देखी जा रही है. सबसे ज्यादा श्रद्धालु अभी तक केदारनाथ धाम की यात्रा कर चुके हैं. केदारनाथ धाम में यात्रा सीजन में हजारों की संख्या में साधु संत भी पहुंचते हैं. कई साधु-संत ऐसे भी होते हैं जो हजारों किमी पैदल चलकर बाबा केदार के दरबार में पहुंचते हैं. वृंदावन से भी कुछ साधु-संत बाबा केदार की पैदल यात्रा पर निकले हैं. पहले ये साधु वृंदावन से बदरी विशाल के दर्शन करने पहुंचे और इसके बाद पैदल ही केदारनाथ धाम की यात्रा के लिए निकल चुके हैं.
वृंदावन से पैदल चारधाम यात्रा पर निकले साधु, बदरीविशाल के दर्शन के बाद केदारनाथ के लिए रवाना - वृंदावन से चारधाम की यात्रा
वृंदावन से चारधाम की पैदल यात्रा के लिए निकले साधु संत रुद्रप्रयाग पहुंच चुके हैं. इससे पहले वह एक माह पैदल चलकर बदरीनाथ धाम पहुंचे. अब साधु बदरीविशाल के दर्शन करने के बाद केदारनाथ धाम की यात्रा के लिए निकल पड़े हैं.
केदारनाथ धाम के दरबार में साधु संतों की आवाजाही जारी है. साधु-संत देश के अनेक हिस्सों से केदारनाथ धाम की यात्रा पर पैदल ही निकल रहे हैं. साधु-संत मौसम की परवाह किए बगैर अपने मार्ग पर चलते जा रहे हैं. वृंदावन से भी तीन साधु पैदल पहले बद्री विशाल के दर्शन करने पहुंचे और फिर केदारनाथ यात्रा के लिए भी पैदल निकल पड़े. वृंदावन से बदरीनाथ पहुंचने में उन्हें एक माह का समय लगा. अब केदारनाथ धाम भी वह तकरीबन आठ से दस दिन में पहुंचेंगे.
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साधु ने बताया कि केदारनाथ के दर्शन करने के बाद वह पैदल ही गंगोत्री और यमनोत्री की यात्रा भी करेंगे. चारों धामों के दर्शन के बाद वह पैदल ही वृंदावन वापस जाएंगे. उन्होंने बताया कि रास्ते में उन्हें किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हुई. रास्ते में कई ऐसे भक्त भी मिल रहे हैं जो उनके लिए रहने खाने की व्यवस्था कर देते हैं. उन्होंने यह भी बताया कि वो तकरीबन 15 लोग थे, लेकिन 12 लोग बदरीनाथ में ही रुक गए हैं और फिलहाल वो तीन लोग ही आगे की यात्रा पर निकले हैं.