रुद्रप्रयाग: आगामी आठ जून से तीर्थ स्थलों को खोलने की बात कही गई है. जिसे लेकर केदारनाथ तीर्थ पुरोहित समाज में डर का माहौल है. इस दौरान जिला कार्यालय कक्ष में आयोजित बैठक में पुरोहितों ने डीएम से कहा कि पूरे देश में कोरोना महामारी तेजी से फैल रही है. ऐसे में यात्रा शुरू होने के बाद देश के विभिन्न राज्यों से श्रद्धालुओं के पहुंचने से महामारी की संभावना और बढ़ जाएगी. जिस कारण अभी किसी भी यात्रा की मंजूरी न दी जाए.
केदारनाथ के पुरोहितों ने डीएम से लगाई गुहार. इस बावत तीर्थ पुरोहितों ने डीएम वंदना चौहान से मुलाकात कर जून माह में किसी भी प्रकार की यात्रा न खोलने की मांग की. इस दौरान पुरोहितों ने कोरोना महामारी के चलते तीर्थ पुरोहित समाज और स्थानीय लोगों में डर की संभावना जताई. उन्होंने कहा कि यात्रा न चलने के कारण भले ही लोगों के व्यापार पर असर पड़ा है. लेकिन, यात्रा शुरू होने के बाद कोरोना बीमारी से लोगों को काफी बड़ी परेशानी से गुजरना पड़ सकता है.
पुरोहित समाज ने कहा कि भैरवनाथ मंदिर की पूजा अर्चना के लिए जिला प्रशासन द्वारा सीमित संख्या में अनुमति दस जून तक प्रदान कर दी जाए. जिससे तीर्थ पुरोहित समाज यज्ञ के लिए तैयारी कर लें. वर्तमान में आपातकाल की स्थिति के कारण जून माह में किसी भी प्रकार यात्रा न खोली जाए. इस दौरान पुरोहितो ने यात्रा की तैयारियों के लिए धाम में स्थित भवनों को ठीक करने तथा व्यवस्था को सुचारु बनाने की बात कही.
पढ़ें-नैनीताल हाईकोर्ट ने सड़क निर्माण के नाम पर हो रहे पेड़ों के कटान पर लगाई रोक
वहीं डीएम वंदना चौहान ने कहा कि प्रदेश सरकार के दिशा-निर्देशों पर ही केदारनाथ यात्रा का संचालन होगा. जिला कार्यालय कक्ष में आयोजित बैठक में डीएम वंदना ने बताया कि वर्तमान में सरकार की ओर से यात्रा खोलने के लिए किसी प्रकार का निर्णय नहीं लिया गया है. इस सम्बन्ध में किसी भी प्रकार के दिशा निर्देश जारी नहीं किए गए हैं. उन्होंने कहा कि भविष्य में लिए जाने वाले निर्णय के संबंध में केदारसभा को सूचित किया जाएगा. इसके साथ ही राज्य मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत ने कहा कि केदारनाथ यात्रा को लेकर कोई भी दिशा-निर्देश नहीं मिले हैं. भारत सरकार की गाइड लाइन के अनुसार ही यात्रा को शुरू किया जाएगा.