रुद्रप्रयागःराज्य निर्माण के बाद 17 सालों तक बाहरी जनप्रतिनिधियों का आधिपत्य रहा और 2017 के विधानसभा चुनाव में रुद्रप्रयाग की जनता ने अपना विधायक चुना. बाहरी जनप्रतिनिधियों का आधिपत्य समाप्त होने से वे रुद्रप्रयाग के विकास में अड़ंगा डाल रहे हैं. आज रुद्रप्रयाग का विकास 70 विधानसभाओं में सबसे आगे चल रहा है जिससे बाहरी लोग बौखलाए हैं. विधायक भरत सिंह चौधरी प्रेस वार्ता के माध्यम से सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा कि ढाई वर्ष के कार्यकाल में रुद्रप्रयाग विधानसभा में ऐतिहासिक विकास कार्य हुए हैं.
शिक्षा के क्षेत्र में शासकीय, अशासकीय, प्राइवेट एवं सरकारी कॉलेजों में ई-लर्निंग शिक्षा की शुरूआत करने पर राज्यपाल ने सम्मानित किया. छात्रों के लिये फर्नीचर, कम्प्यूटर, शौचालय एवं भवनों का निर्माण, 40 से अधिक विद्यालयों में खेल मैदान, मरम्मतीकरण, चारदिवारी सहित अन्य कार्य हुए. शीघ्र ही विद्यालयों में प्रतियोगी परीक्षाओं का आयोजन करवाया जायेगा.
कोटेश्वर में शंकराचार्य अस्पताल का अधिग्रहण कर सुविधायुक्त चिकित्सालय शीघ्र ही शुभारंभ किया जायेगा. जिला चिकित्सालय में 22 लाख की लागत से लेप्रोस्कोपिक मशीन उपलब्ध कराई गई है. जिससे चमोली, रुद्रप्रयाग एवं पौड़ी की जनता को सीधा लाभ मिला है. पिछले कई सालों से जिला चिकित्सालय में चिकित्सक के पद रिक्त होने से 22 पदों के सापेक्ष 22 पदों पर चिकित्सकों की तैनाती की गई.
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विधायक चौधरी ने कहा कि रुद्रप्रयाग विधानसभा में 150 करोड़ से अधिक सड़कों का निर्माण किया जा रहा है और कई सड़कों को स्वीकृति दिलाई गई है. पिछले 10 सालों से प्रतीक्षित भरदार पेयजल निर्माण कार्य शुरू करवाया गया. चिरबिटिया में हॉफ मैराथन आयोजन कराकर पर्यटन बढ़ावा देने का प्रयास किया गया. पपड़ासू झील को विकसित कराने के साथ हरियाली देवी मेले को मेले का दर्जा दिया गया. विधानसभा की सभी ग्राम पंचायतों को विद्युत संयोजन से जोड़ने के साथ प्रत्येक ग्रामसभा सोलर लाइटें लगवाई जा रही हैं. क्षेत्रीय मेलों को बढ़ावा देने के लिये बच्छणस्यूं, हरियाली, सिलगढ़, जखोली महोत्सव आयोजित किये गये.