रुद्रप्रयाग: इस बार चारधाम यात्रा पर रिकॉर्ड तीर्थयात्रियों के आने की उम्मीद जताई जा रही है. जिस तरह अभी से मई और जून माह की बुकिंग फुल हो चुकी है, उससे यही अनुमान लग रहा है कि इस बार केदारनाथ यात्रा में बड़ी संख्या में तीर्थयात्री पहुंचेंगे. ऐसे में जिला प्रशासन भी मुस्तैदी से यात्रा तैयारियों में जुटा हुआ है. यात्रा के दौरान सबसे अधिक समस्या जाम की होती है, जिससे निजात पाने के लिए जिला प्रशासन ने प्लान तैयार किया है, जिससे स्थानीय लोगों को भी रोजगार मिलेगा.
बता दें कि तीन मई से चारधाम यात्रा शुरू होने जा रही है. भगवान केदारनाथ के कपाट छह मई को वृश्चिक लग्न में सुबह 6.25 बजे विधि-विधान से खोले जायेंगे. ऐसे में चारधाम यात्रा को लेकर जिला प्रशासन भी तैयारियों में जुटा हुआ है. केदारनाथ यात्रा के समय सबसे बड़ी समस्या जाम की होती है. जगह-जगह शहरों में जाम से तीर्थयात्रियों को दो-चार होना पड़ता है. अभी यात्रा शुरू भी नहीं हुई है और नगर क्षेत्र रुद्रप्रयाग के साथ ही अन्य शहरों में जाम की स्थिति पैदा होने लगी है. ऑल वेदर रोड के बाद भी कई जगहों पर जाम की स्थिति बनने के पूरे आसार हैं.
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वहीं, नगर क्षेत्र रुद्रप्रयाग में आये दिन जाम की समस्या से लोग परेशान हो रहे हैं. जिसको खुलवाने के लिए पुलिस की सक्रियता भी कम ही दिख रही है. जाम खुलवाने के लिए पहुंच रहे इंटरसेप्टर वाहन भी जाम में फंसकर कुछ नहीं कर पा रहे हैं, जबकि तिलवाड़ा कस्बे में इससे बुरे हाल हैं. यात्रा सीजन के दौरान अगस्त्यमुनि से सोनप्रयाग तथा गौरीकुंड तक जाम पर काबू पाने के लिए पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है.
ऑल वेदर रोड बनने के बाद हाईवे के दोनों ओर अनियोजित ढंग से लगे वाहनों से भी जाम की स्थिति पैदा हो रही है. वहीं, जिला प्रशासन ने भी जाम की समस्या से निजात दिलाने को लेकर प्लान तैयार किया है. जिलाधिकारी मनुज गोयल ने कहा कि यात्रा सीजन में जाम की समस्या बनी रहती है. कुछ पार्किंगें बनकर तैयार हो गयी हैं, जबकि अतिरिक्त पार्किंग भी तैयार की जा रही है. इसके अलावा स्थानीय लोगों से भी बात की जा रही है. जिनकी भूमि राजमार्ग से सटी है, इन जगहों पर पांच से एक हजार वाहन पार्क करने की व्यवस्था की जायेगी. राजमार्ग किनारे खाली पड़े खेतों में पार्किंग की व्यवस्था होने से एक ओर जहां लोगों को रोजगार मिलेगा, वहीं जाम की समस्या भी निजात मिलेगी.