रुद्रप्रयाग: केदारनाथ यात्रियों से हेलीकॉप्टर के टिकटों में धोखाधड़ी करने वाले हेरिटेज एविएशन के स्वामी आरोपी रोहित माथुर को जिला एवं सत्र न्यायालय से जमानत मिल गई है. चार दिनों तक पुरसाड़ी जेल में रहने के बाद मंगलवार को न्यायालय ने माथुर जमानत पर रिहा किया.
गौर हो कि छत्तीसगढ़ के रायपुर निवासी एसके अग्रवाल ने गौरी ट्रैवल्स के माध्यम से केदारनाथ के लिए हेलीकॉप्टर टिकट की ऑन लाइन बुकिंग कराई थी, लेकिन उन्हें निर्धारित तिथि पर टिकट नहीं दी गई. जब यात्री एसके अग्रवाल शेरसी हेलीपैड पर पहुंचे तो हेरीटेज कंपनी प्रबंधन की ओर से उनकी किसी भी प्रकार की बुकिंग और उड़ान से इंकार कर दिया गया था. साथ ही कहा था कि बुक किया हुआ टिकट उनकी कंपनी का ही नहीं है.
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पीड़ित ने 28 मई को सोनप्रयाग थाने में पुलिस अधिकारियों को तहरीर दी थी. पुलिस जांच में कंपनी के अधिकारियों की मिलीभगत सामने आई थी. पुलिस ने एजेंट और कंपनी मालिक रोहित माथुर के खिलाफ अदालत में चार्जशीट दाखिल की थी. यह मामला न्यायिक मजिस्ट्रट ऊखीमठ में चल रहा है.
इस मामले में आरोपी के खिलाफ पुलिस ने धारा 420/120 बी के तहत मामला दर्ज किया था. आरोपी ने गिरफ्तारी से बचने के लिए न्यायिक मजिस्ट्रेट ऊखीमठ में बीते शुक्रवार को जमानत याचिका दाखिल की थी, जिसे अदालत ने नामंजूर कर दिया और आरोपी को 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया. आरोपी पक्ष के वकील अरुण वाजपेई की ओर से जमानत के लिए जिला एवं सेशन न्यायालय में अर्जी डाली गई थी, जिस पर मंगलवार को सुनवाई करते हुए जिला एवं सेशन न्यायालय ने जमानत स्वीकार कर ली.