रुद्रप्रयाग: ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन के निर्माण से प्रभावित ग्राम पंचायत नरकोटा के ग्रामीणों ने जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल से मुलाकात की. इस दौरान ग्राम प्रधान चद्रंमोहन ने जिलाधिकारी को गांव की समस्याओं को लेकर एक ज्ञापन भी सौंपा. साथ ही उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत कराया.
शनिवार को ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन से प्रभावित ग्रामीणों ने डीएम को बताया कि इस निर्माण से गांव का हर परिवार किसी न किसी रूप में प्रभावित हो रहा है. वहीं, यहां दुकान और होटलों से अधिकांश परिवारों का रोजगार जुड़ा हुआ है, जो इस कार्य के चलते अब समाप्त होने के कगार पर है. जबकि, उन्हें रेलवे प्रशासन की ओर से जो मुआवजा राशि मिल रही है वह नाकाफी है. ऐसे मे सरकार और रेलवे विभाग को गांव के बेरोजगारों को रोजगार देने के विषय पर गंभीरता से सोचना चाहिए.
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ग्रामीणों का कहना है कि सुरंग निर्माण से कई परिवारों पर खतरा मंडरा सकता है. ग्रामीण चक्रधर जोशी ने कहा कि रेलवे से मिले विशेष पैकेज से गांव में होने वाले कार्यों में गांव के बेरोजगार युवाओं की टीम बनाकर कार्य करवाए जाए. ग्राम प्रधान नरकोटा चंद्रमोहन ने जिलाधिकारी से मांग की है कि जब तक रेलवे से संबंधित सभी समस्याएं लिखित रूप से निस्तारित नहीं होती तबतक गांव में कोई भी निर्माण कार्य शुरू न किया जाय, जिससे ग्रामीणों को दिक्कतें हो.
वहीं, इस बारे में जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने कहा कि ग्रामीणों की रेलवे से संबंधित सभी मांगों पर गंभीरता से विचार किया जाएगा. उन्होंने कहा कि हर गांव में ग्राम प्रधान की अध्यक्षता में एक बैठक की जाएगी. जहां इस समस्याओं को लेकर विचार-विमर्श कर संबंधित विभाग को इससे अवगत कराया जाएगा.