रुद्रप्रयाग: विश्वविख्यात केदारनाथ धाम की यात्रा में इस साल रिकार्ड 15 लाख से अधिक तीर्थ यात्री पहुंचे हैं. वहीं इस बार ठंड एवं हार्ट अटैक से भी केदारनाथ धाम में रिकॉर्ड मौतें हुई हैं. केदारनाथ में इस बार ठंड एवं हार्ट अटैक से 146 लोगों की मौत भी हुई है. यह मौतें अभी तक साढ़े पांच माह की यात्रा के दौरान हुई है.
बता दें 6 मई को विश्वविख्यात केदारनाथ धाम के कपाट आम भक्तों के लिए खुले थे. उसके बाद से अब तक अभी तक 15 लाख से अधिक तीर्थयात्री बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं, जो कि एक रिकॉर्ड बन गया है. वहीं दूसरी ओर केदारनाथ धाम की यात्रा पर आने वाले तीर्थ यात्रियों की इस यात्रा सीजन में रिकॉर्ड मौतें हुई हैं. सबसे अधिक मौतें ठंड एवं हार्ट अटैक से हुई हैं.
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केदारनाथ धाम (Kedarnath Yatra) में आक्सीजन की कमी के साथ ही अत्यधिक ठंड होने के कारण यहां यात्रियों की मौत होती हैं. अचानक पैदल मार्ग पर यात्रियों का स्वास्थ्य खराब हो जाता है. उन्हें त्वरित गति से उपचार भी नहीं मिल पाता, इसके अलावा बर्फ और बारिश में भीगने पर भी यात्रियों की मौत हो जाती है.
प्रत्येक वर्ष स्वास्थ्य विभाग की ओर से केदारनाथ धाम आने वाले यात्रियों से स्वास्थ्य चेकअप कराने और गर्म कपड़े साथ लाने की अपील की जाती है, बावजूद इसके कई बार हार्ट के मरीज भी पैदल यात्रा कर देते हैं. जिस कारण उनकी रास्ते में ही या फिर केदारनाथ धाम में मौत हो जाती है.
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केदारनाथ यात्रा (Kedarnath Yatra) के कुछ वर्षों की बात करें तो 2017 में 34, 2018 में 52, 2019 में 52, 2020 में 4 और 2021 में 6 मौतें पूरे छह माह के यात्रा सीजन के दौरान हुई हैं. लेकिन इस यात्रा सीजन में 146 मौतें अभी तक हो चुकी हैं. अभी 27 अक्टूबर तक यात्रा चलनी है.
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रुद्रप्रयाग के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ एचसीएस मर्तोलिया ने कहा केदारनाथ यात्रा के दौरान अभी तक 146 लोगों की मौते हुई हैं. कुछ मौतें हार्ट अटैक एवं हाईपोथर्मिया की वजह से तो कुछ मौतें भूस्खलन की वजह से भी हुई हैं. उन्होंने कहा यात्रा पर आने वाले अधिकांश लोग गर्म कपड़े नहीं पहनकर आ रहे हैं, जबकि केदारनाथ धाम में अत्यधिक ठंड हो रही है. जिस कारण मौतें भी अधिक हो रही हैं.