रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम में आपदा के बाद ऐसा पहली बार हुआ है कि जब कोई भी व्यक्ति धाम में मौजूद नहीं है. केदारनाथ में हो रही भारी बर्फबारी के कारण यहां हालात और भी कठिन हो चुके हैं. जिसके कारण पुनर्निर्माण काम में लगे मजदूर भी गौरीकुंड और सोनप्रयाग वापस लौट चुके हैं.
आपदा के बाद पहली बार विरान हुई केदारपुरी दरअसल, केदारनाथ धाम में दिसम्बर महीने में काफी ज्यादा बर्फबारी हुई है. जिसके कारण अभी भी धाम में पांच फीट तक बर्फ जमा है. बर्फबारी से केदारपुरी के रास्ते ढक चुके हैं. धाम में चारों ओर बर्फ ही बर्फ नजर आ रही है. धाम में जहां भी पुनर्निर्माण कार्य होने हैं वहां बर्फ की मोटी दीवारें बन चुकी हैं. ऐसे में फिलहाल यहां काम कर पाना संभव नहीं है.
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इसके अलावा भारी बर्फबारी के कारण यहां बिजली और पानी की आपूर्ति भी पूरी तरह से ठप हो गई है. ऐसे में यहां रहना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है. विपरीत हालातों को देखते हुए धाम में पुनर्निर्माण कार्य में लगे मजदूर गौरीकुंड और सोनप्रयाग वापस लौट चुके हैं. इसके अलावा पुलिस के सात जवान और वुड स्टोन कार्य में लगे 11 मजदूर भी नीचे की तरफ लौट आये हैं.
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वुड स्टोन टीम के प्रभारी के मुताबिक अगर इस बीच बर्फ नहीं गिरती है तो पन्द्रह दिनों बाद फिर से केदारनाथ धाम का जायजा लिया जाएगा. वुड स्टोन के प्रभारी मनोज सेमवाल ने बताया कि केदारनाथ में अब सीमेंट के ही कार्य होने शेष हैं, लेकिन बर्फ होने के कारण अभी ये काम नहीं किये जा सकते हैं इसलिए पूरी टीम वापस लौट गई है.