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देवस्थानम बोर्ड को भंग करने का विरोध जारी, राष्ट्रवादी ब्राह्मण महासंघ का मिला समर्थन

देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग को लेकर केदारनाथ में तीर्थ पुरोहित समाज का क्रमिक अनशन 51वें दिन भी जारी रहा. राष्ट्रवादी ब्राह्मण महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित प्रवेश दत्त भारद्वाज ने भी केदारनाथ पहुंचकर अपना समर्थन दिया है.

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Published : Sep 17, 2020, 4:40 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 9:35 PM IST

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तीर्थ पुरोहित धरना

रुद्रप्रयागःकेदारनाथ धाम में देवस्थानम बोर्ड को भंग करने और मास्टर प्लान का विरोध जारी है. इसी कड़ी में धरने पर बैठे तीर्थ पुरोहितों के समर्थन में राष्ट्रवादी ब्राह्मण महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष केदारनाथ धाम पहुंचे. इस दौरान उन्होंने तीर्थ पुरोहितों को अपना समर्थन देते हुए कहा कि केंद्र और राज्य की सरकार तीर्थ पुरोहितों का हनन करने पर तुली है. हजारों सालों से चली आ रही परंपरा के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. यह सरासर तीर्थ पुरोहितों का घोर अपमान है, जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

तीर्थ पुरोहितों को मिला राष्ट्रवादी ब्राह्मण महासंघ का समर्थन.

बता दें कि देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग को लेकर केदारनाथ मंदिर प्रांगण में तीर्थ पुरोहित समाज का क्रमिक अनशन चल रहा है. क्रमिक अनशन के 51वें दिन राष्ट्रवादी ब्राह्मण महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित प्रवेश दत्त भारद्वाज, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पंडित अजय शर्मा और प्रदेश अध्यक्ष ब्राह्मण महासभा पंडित अरूण शर्मा केदारनाथ धाम पहुंचे और उन्होंने तीर्थ पुरोहितों को अपना पूर्ण समर्थन दिया. इस दौरान ब्राह्मण महासंघ के पदाधिकारी तीर्थ पुरोहितों के साथ धरने पर भी बैठे और केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. राष्ट्रवादी ब्राह्मण महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित प्रवेश दत्त भारद्वाज ने कहा कि चारों धामों में देवस्थानम बोर्ड का विरोध कर रहे तीर्थ पुरोहितों के साथ राष्ट्रवादी ब्राह्मण महासंघ का पूर्ण समर्थन है.

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उन्होंने कहा कि चारधामों में सरकार ने जिस प्रकार से देवस्थानम बोर्ड को लागू किया है, यह सरासर गलत है. बिना तीर्थ पुरोहितों को विश्वास में लिए सरकार अपनी मनमानी करने में लगी हुई है. सरकार ने चारधामों को पूंजीपतियोें के हाथों बेच दिया है. मास्टर प्लान के तहत धामों में कार्य कर पौराणिक परंपराओं के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री व यमुमोत्री धामों को प्राइवेट कंपनियों को बेचने का काम कर रही है. बड़े-बड़े व्यापारियों को मठ-मंदिरों को बेचने का षड़यंत्र रचा जा रहा है. हजारों सालों से तीर्थ पुरोहित धामों की सेवा करते आ रहे हैं और आज उनके हक-हकूकों के साथ इतना बड़ा खिलवाड़ करना, कहां तक उचित है.

वहीं, उन्होंने कहा कि राष्ट्रवादी ब्राह्मण महासंघ देवस्थानम बोर्ड का घोर विरोध करता है और इसके लिए ब्राहमण महासंघ को जान भी देनी पड़े तो पीछे नहीं हटेंगे. केदारसभा के अध्यक्ष विनोद शुक्ला ने कहा कि सरकार बिना विश्वास में लिए धाम में कार्य कर रही है. धाम में धर्मशालाओं को तोड़कर उन पर कब्जा किया जा रहा है. तीर्थ पुरोहितों के समर्थन में सभी ब्राह्मण समाज के लोग खड़े हैं. जब तक सरकार देवस्थानम बोर्ड को भंग कर मास्टर प्लान को खत्म नहीं करती, तब तक तीर्थ पुरोहितों का आंदोलन जारी रहेगा.

Last Updated : Sep 17, 2020, 9:35 PM IST

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