रुद्रप्रयाग:पूरे विधि-विधान के साथ कल 6 मई को केदारनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे. केदारनाथ यात्रा को सुव्यवस्थित ढंग से संचालित करने को लेकर पुलिस-प्रशासन मुस्तैदी से जुट गया है. केदार यात्रा में पुलिस की महत्वपूर्ण भूमिका होती है. इस भूमिका को बेहतर तरीके से संचालित करने को लेकर इस बार नये प्लान बनाये गये हैं, जिससे तीर्थ यात्रियों को जाम की समस्या से निजात मिलने के साथ ही उन्हें त्वरित गति से सहायता भी प्रदान की जायेगी.
इसके साथ ही पुलिस फोर्स को यात्रा मार्गों पर तैनात कर दिया गया है और हेली सेवा कंपनियों से बैठक कर उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये हैं. इसके अलावा केदारनाथ में 20 सीसीटीवी कैमरों की मदद से हर गतिविधि पर भी पुलिस की नजर बनी रहेगी.
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यात्रा में फोर्स की तैनाती: इस साल यात्रा काल में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के दृष्टिगत पर्याप्त संख्या में पुलिस कार्मिकों की तैनाती की गयी है. यात्रा काल अवधि में रुद्रप्रयाग से लेकर केदारनाथ धाम तक तीन पुलिस उपाधीक्षक, पांच निरीक्षक, दो यातायात निरीक्षक, 26 उपनिरीक्षक, दो महिला उपनिरीक्षक, 250 आरक्षी व 45 महिला आरक्षी, 11 सेक्शन पीएसी, 70 होमगार्ड, 200 पीआरडी और पर्याप्त संख्या में एलआईयू, फॉयर व संचार कार्मिक नियुक्त किए गए हैं.
जाम की समस्या से निजात दिलाने को लेकर बनाया गया प्लान: पुलिस और प्रशासन ने इस साल अलग प्रकार से यातायात प्लान बनाया है. सोनप्रयाग और सीतापुर स्थित पार्किंगों के भर जाने की स्थिति में सीतापुर से फाटा, गुप्तकाशी, बांसवाड़ा अगस्त्यमुनि ग्राउंड पर राष्ट्रीय राजमार्ग के अपेक्षाकृत चौड़े हिस्सों को अस्थायी पार्किंग के लिए चिन्हित किया गया है, जहां पर वाहनों को कुछ समय के लिए रोका जायेगा, ताकि यातायात व्यवस्थित रूप से चले.
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वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था की गई: राष्ट्रीय राजमार्ग रुद्रप्रयाग-गौरीकुण्ड के कुंड से सोनप्रयाग के बीच तीन जोन और सात सेक्टर में बांटकर आवश्यकतानुसार पुलिस बल की तैनाती की गयी है. यातायात संचालन के लिए दो निरीक्षकों, चार उपनिरीक्षकों सहित पर्याप्त संख्या में नागरिक पुलिस, सशस्त्र पुलिस, यातायात पुलिस, होमगार्ड, पीआरडी के पुरुष और महिला जवानों की तैनाती की गयी है. चिन्हित किये गये स्थायी और अस्थायी पार्किंग स्थलों पर आवश्यक व्यवस्थायें उपलब्ध कराये जाने के संबंध में जिला प्रशासन से अपेक्षित सहयोग भी मांगा गया है. साथ ही अत्यधिक यातायात बढ़ जाने की दशा में कुंड से गुप्तकाशी तक दो वैकल्पिक मार्गों को भी चयनित किया गया है.
रूट डायवर्ट प्लान:भीरी से गिंवाड़ी पुल होते हुए लमगौंडी तिराहा से गुप्तकाशी तक जाने और वापसी में कालीमठ तिराहे से चुन्नी बैंड कुंड होते हुए चौपता बदरीनाथ की ओर जाने वाले यात्री वाहन डायवर्ट होंगे. इससे रुद्रप्रयाग की ओर जाने वाले यात्री मुख्यमार्ग पर आ जायेंगे. इन दोनों मार्गों को दुरुस्त किये जाने के लिए प्रशासन स्तर से संबंधित कार्यदायी संस्थाओं को निर्देश दिये गये हैं. इन दोनों मार्गों का उपयोग आकस्मिक परिस्थितियों में ही किया जायेगा.
मौसम को देखते हुए निश्चित समय पर ही भेजे जायेंगे यात्री: सोनप्रयाग से केदारनाथ धाम के लिए जाने वाले यात्रियों को एक निश्चित समय दोपहर के 1 या 2 बजे के बाद पैदल जाने से मना किया जायेगा, ताकि रास्ते में अनावश्यक दिक्कतों का सामना न करना पड़े. साथ ही आने वाले श्रद्धालुओं से आग्रह रहेगा कि वे इस हिसाब से आयें कि पैदल चलने की दशा में समय से केदारनाथ धाम पहुंच सकें. क्योंकि रात्रि के समय कड़ाके की ठंड पड़ने व अंधेरा हो जाने से रास्ते में उनको दिक्कतों का सामना न करना पड़े. यात्री वाहनों के अतिरिक्त सप्लाई से संबंधित वाहनों को निश्चित समयावधि अपराह्न में यात्रा की गति के अनुसार जाने दिया जायेगा.
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