उत्तराखंड

uttarakhand

ETV Bharat / state

केदारनाथ मंदिर में PM मोदी ने कहा 'यहां मैं कुछ मांगने नहीं आया', लगाये हर-हर महादेव के जयकारे

केदार भगवान के दर्शन के बाद पीएम मोदी ने बड़ा बयान देते हुए कहा, "मेरा सौभाग्य है कि मुझे उत्तराखंड आने का मौका मिला. मैं यहां कुछ मांगने नहीं आता हूं"

नरेंद्र मोदी.

By

Published : May 19, 2019, 9:25 AM IST

Updated : May 19, 2019, 10:45 AM IST

रुद्रप्रयाग: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दौरे के दूसरे दिन दोबारा केदार भगवान के दर्शन किये. भगवान पूजा करने के बाद पीएम ने कहा, 'मेरा सैभाग्य है कि आध्यात्मिक भूमि पर आने का मुझे मौका मिलता रहा है.' साथ ही उन्होंने कहा, 'मैं यहां कुछ मांगने नहीं आया हूं. इस दौरान पीएम ने इलेक्शन कमिशन का भी आभार जताते हुए कहा कि ईसी की अनुमति से मुझे ये दो दिन मिले हैं.

बयान देते नरेंद्र मोदी.

NAMO ने कहा गुजरात में रहते हुए वो दर्शन की कोशिश करते रहते थे. लेकिन, प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्हें केदारनाथ आने का मौका मिलता रहता है. इस दौरान पीएम ने पर्यटन से जुड़ी बात करते हुए कहा कि उनके दौरे से श्रद्धालुओं को संदेश मिलेगा कि ये यात्रा सुरक्षित है. इससे ये होगा की लोग छुट्टियां मनाने के लिए सिंगापुर जाने की जगह यहां आएंगे. पीएम के ये बोलते ही मोदी-मोदी के नारे लगने शुरू हो गए.

पढ़ें- NAMO करेंगे बदरीनाथ धाम के दर्शन, कुछ ऐसी है धाम की मान्यता

इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर-हर महादेव और भारत माता की जय-जयकार किया. इसके बाद पीएम मोदी ने सुरक्षा घेरा तोड़कर धाम में मौजूद लोगों से मुलाकात की और हिलाकर लोगों का अभिवादन स्वीकार किया.

पीएम मोदी ने कही ये बातें-

  • केदारनाथ मंदिर में पूजा अर्चना करने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री बना, तो उत्तराखंड में सरकार बनी.
  • केदारनाथ में तीन-चार महीने ही काम किया जा सकता है, हर समय बर्फ रहती है.
  • केदारनाथ में पुनर्निमाण कार्यों का जायजा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लेता रहता हूं.
  • इस धरती से मेरा विशेष नाता है. गुफा में रहते वक्त वर्तमान में क्या हुआ मैं उससे बाहर था, अपने आप में था. गुफा में एकांत के लिए चला गया था.
  • विकास का मेरा मिशन, प्रकृति पर्यावरण और पर्यटन.
  • आस्था और श्रद्धा को और अधिक संभालने के लिए क्या कर सकते हैं, आध्यात्मिक चेतना में इजाफा नहीं कर सकते हैं लेकिन रुकावटे डालने से रोक सकते हैं.
  • "मैं कभी कुछ मांगता नहीं, मांगने की प्रवृत्ति से सहमत नहीं हूं, प्रभु ने हमें मांगने नहीं देने योग्य बनाया है"
  • कपाट खुलने से पहले सैकड़ों लोगों को काम करना पड़ता है, आम लोगों की सुविधा का ध्यान रखना पड़ता है.
Last Updated : May 19, 2019, 10:45 AM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details