रुद्रप्रयाग: जनपद में चीड़ के पत्तों (पिरूल) से लगने वाली आग से वन संपदा को बचाने के साथ ही महिलाओं और बेरोजगार युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराये जाने की पहल की जा रही है. पिरूल से विद्युत उत्पादन किए जाने को लेकर जिलाधिकारी मनुज गोयल ने उरेडा और वन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की और इसके लिए लगाए जाने वाले प्रोजेक्ट के संबंध में अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की.
बैठक में परियोजना अधिकारी उरेड़ा संदीप कुमार सैनी ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि जनपद का कुल वन क्षेत्रफल 17,083 हेक्टेयर है, जिसमें रिजर्व वन 15,072 और वन पंचायत 2,011 हेक्टेयर है. इससे लगभग 64,063 मिट्रिक टन पिरूल उपलब्ध होता है, जिससे लगभग 15 मेगावाट विद्युत उत्पादन होने की संभावना है.
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