रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम की यात्रा शुरू होने से पहले तमाम दावे किये जाते हैं. खासकर जिस हाईवे से होकर यात्री केदारनाथ जाते हैं, उस केदारनाथ हाईवे के सुधारीकरण के लिये कई महीने पहले कार्य भी शुरू हो जाता है, लेकिन धरातल पर स्थिति कुछ और ही नजर आती है. केदारनाथ हाईवे की स्थिति इन दिनों भी कई स्थानों पर जर्जर बनी है. जिस कारण केदारनाथ पहुंच रहे यात्रियों को जाम के अलावा टूटी फूटी सड़कों से सफर करना पड़ रहा है.
केदारनाथ हाईवे जगह-जगह सड़क बदहाल, हिचकोले खाकर सफर करने को मजबूर लोग - Kedarnath Highway
केदारनाथ हाईवे जगह-जगह सड़क बदहाल है. सड़कों पर उखड़े डामर, गड्ढों के कारण यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
रुद्रप्रयाग जिला मुख्यालय से सोनप्रयाग की दूरी 70 किमी है. पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण 70 किमी के सफर को तय करने में अधिक से अधिक दो से ढाई घंटे लग जाते हैं, लेकिन हाईवे की कई जगहों पर बदहाल स्थिति होने और जगह-जगह लग रहे जाम के कारण 70 किमी के सफर को तय करने में चार से पांच घंटे लग रहे हैं. हाईवे पर जगह-जगह लग रहे जाम के कारण यात्री समय पर धाम नहीं पहुंच पा रहे हैं.
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हाईवे पर हो रही देरी के कारण यात्रियों का एक दिन का अतिरिक्त समय लग रहा है. कुंड से गुप्तकाशी और कुंड से काकड़ागाड़ के बीच भी केदारनाथ हाईवे की स्थिति बदहाल है. यहां हाईवे से जहां डामर गायब है तो जगह-जगह गड्ढे भी बने हुये हैं. ऐसे में जगह-जगह से पहुंच रहे तीर्थ यात्री यहां हिचकोले खाकर आवाजाही कर रहे हैं. यात्रा शुरू होने से पूर्व एनएच की ओर से हाईवे के सुधारीकरण, डामरीकरण, चौड़ीकरण को लेकर कई प्रकार के वायदे किये गये थे, लेकिन कोई भी वायदा पूरा नहीं हो पाया है. जिसका खामियाजा स्थानीय लोगों और तीर्थ यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है.