रुद्रप्रयागः पौड़ी जिले के डोभ श्रीकोट की रहने वाली अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर जनता में भारी आक्रोश है. केदारनाथ धाम में भी तीर्थ पुरोहितों के साथ ही देश-विदेश से पहुंचे श्रद्धालुओं ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर अंकिता को न्याय दिए जाने की गुहार लगाई. इस दौरान श्रद्धालुओं और तीर्थ पुरोहितों ने कैंडल जलाकर अंकिता भंडारी को श्रद्धांजलि भी दी. साथ ही दोषियों को फांसी की सजा देने की मांग की.
दरअसल, अंकित भंडारी मर्डर केस (Ankita Bhandari Murder Case) से आक्रोशित श्रद्धालुओं ने तीर्थ पुरोहितों के साथ मिलकर केदारनाथ धाम में 'उत्तराखंड सरकार होश में आओ'के नारे लगाए और अंकित को न्याय (Justice for Ankita) दिलाने की गुहार लगाई. श्रद्धालुओं का कहना है कि अंकिता के साथ जघन्य अपराध हुआ है. देवभूमि इस घटना से शर्मसार हुई है. पहाड़ की शांत वादियों में इस तरह के कृत्य सामने आने से लोगों में भारी आक्रोश (Devotees protest against UK Govt) बना हुआ है.
केदारनाथ धाम में अंकिता भंडारी के लिए न्याय की मांग. केदारसभा के अध्यक्ष विनोद शुक्ला (Kedar Sabha President Vinod Shukla) ने कहा कि केदारनाथ धाम में तीर्थ पुरोहितों और देश-विदेश से पहुंचे श्रद्धालुओं ने नारेबाजी कर सरकार को जगाने का प्रयास (Pilgrims Tribute Ankita Bhandari in Kedarnath) किया है. यात्रियों का भी कहना है कि अंकिता के हत्यारों को फांसी की सजा दी जाए. उन्होंने कहा कि जनता की भावनाएं पीड़ित परिवार के साथ हैं और सभी चाहते हैं कि दोषियों को फांसी की सजा मिले. जिससे भविष्य में कोई इस प्रकार का कृत्य करने की न सोचे.
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अंकिता हत्याकांड को जानिएःबता दें कि पौड़ी जिले के नांदलस्यू पट्टी के श्रीकोट की रहने वाली अंकिता भंडारी (19) ऋषिकेश के बैराज चीला मार्ग पर गंगापुर भोगपुर में स्थित वनंत्रा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट की नौकरी करती थी. अंकिता इस रिजॉर्ट में 28 अगस्त से नौकरी कर रही थी. वो बीती 18 सितंबर को रहस्यमय तरीके से लापता हो गई थी. जिसके बाद रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य ने राजस्व पुलिस चौकी में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई. 22 सितंबर तक अंकिता का कुछ पता नहीं चला. इसके बाद मामला लक्ष्मणझूला थाना पुलिस को ट्रांसफर कर दिया गया.
वहीं, जब पुलिस ने जांच की तो रिजॉर्ट (Vanantra Resort Rishikesh) के संचालक और उसके मैनेजरों की भूमिका सामने आई. रिजॉर्ट के कर्मचारियों से पूछताछ में पता चला कि 18 सितंबर को शाम करीब आठ बजे अंकिता रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर अंकित और भास्कर के साथ रिजॉर्ट से निकली थी, लेकिन जब वो वापस लौटे तो उनके साथ अंकिता (Receptionist Ankita Bhandari) नहीं थी. इस आधार पर पुलिस ने तीनों को हिरासत लिया और पूछताछ की.
आरोपियों ने पुलिस के सामने सारा सच उगल दिया. आरोपियों ने अंकिता भंडारी को नहर में धकेल (Ankita Bhandari Murder Case) दिया था. जिससे उसकी मौत हो गई. मामले में पुलिस ने पूर्व राज्यमंत्री विनोद आर्य (Pulkit Arya father Vinod Arya) के बेटे रिजॉर्ट संचालक पुलकित आर्य और उसके दो मैनेजरों को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया. इसके बाद कोर्ट ने तीनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. वहीं, बीती 24 सितंबर को अंकिता का शव चीला बैराज से बरामद हुआ. जिसके बाद शव को एम्स ऋषिकेश ले जाया गया. जहां उसका पोस्टमार्टम किया गया.
वहीं, पोस्टमार्टम रिपोर्ट की जानकारी सार्वजनिक करने की मांग को लेकर मोर्चरी के बाहर कांग्रेसियों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर जमकर हंगामा भी किया, लेकिन स्थिति की नजाकत को देखते हुए डॉक्टरों के पैनल ने हाथों-हाथ रिपोर्ट की जानकारी नहीं दी. पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में उसके शरीर पर चोट के निशान मिले. जिसके आधार पर कहा जा सकता है कि 28 अगस्त से रिजॉर्ट में ड्यूटी ज्वाइन करने के बाद से ही मालिक और उसके सहयोगी उसे प्रताड़ित कर रहे थे. वहीं, श्रीनगर में अंकिता का अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान काफी बवाल भी हुआ था.
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