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केदारनाथ में सरकार के दावे की पोल खोलता यात्रियों का दर्द, पढ़ें खबर...

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Published : Jun 6, 2019, 6:17 PM IST

Updated : Jun 6, 2019, 8:11 PM IST

चारधाम यात्रा के कारण लाखों श्रद्धालु यात्रा पर पहुंच रहे हैं. इस यात्रा के दौरान यात्रियों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इन यात्रियों की परेशानियों से प्रशासन की तैयारियों की पोल खुलती दिख रही है.

सरकार के दावे की पोल खोलता यात्रियों का दर्द.

रुद्रप्रयाग: प्रदेश में इन दिनों चार धाम यात्रा जोरों पर है. देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु चारधाम की यात्रा के लिए देवभूमि पहुंच रहे हैं. ऐसे में प्रशासन श्रद्धालुओं को सुविधाएं देने का दावा भी कर रहा है, लेकिन इन सुविधाओं के बावजूद भी तीर्थ यात्रियों को कई प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. आखिर तीर्थ यात्रियों को यात्रा के दौरान किन परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, देखिए ये खास रिपोर्ट.

बदरी-केदार और गंगोत्री-यमुनोत्री में सबसे कठिन यात्रा बाबा केदार की मानी जाती है. व्यवस्थाओं को दुरुस्त करना और श्रद्धालुओं को सुविधाएं देना शासन-प्रशासन और सरकार की जिम्मेदारी है. इस बार की केदार यात्रा में अनियमितताओं ने शासन प्रशासन की तैयारियों की पोल खोल कर रख दी है. यात्रा मार्गों में आला अधिकारियों के नदारद रहने के कारण पुलिस जवान और प्रशासनिक कर्मचारी अपनी मनमर्जी करते नजर आ रहे हैं. साथ ही यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों से बदसलूकी की भी सूचनाएं मिल रही हैं.

सरकार के दावे की पोल खोलता यात्रियों का दर्द.

यात्रियों की सुविधाओं का विश्लेषण
यात्रा के दौरान रेन शेल्टर न होने के कारण धूप और बारिश में तीर्थयात्रियों को परेशानी हो रही है. वीआईपी दर्शन के नाम पर तीर्थयात्रियों से पैसे लूटने के भी लोगों ने आरोप लगाए हैं. प्रशासन ने सख्त रुख अपनाते हुए मंदिर समिति से यह व्यवस्था हटाकर केदारघाटी से संचालित हो रही हेली कंपनियों से ही वीआईपी दर्शन की फीस काटने का निर्णय लिया है. बावजूद इसके लोगों का आरोप है कि पुलिस तीर्थयात्रियों से पैसे लेकर वीआईपी दर्शन करवा रही है.

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केदार यात्रा के महत्वपूर्ण पड़ाव लिनचौली, जंगलचट्टी और भीमबली और रुद्रा प्वॉइंट में पैदल मार्ग पर खतरा बना हुआ है. पानी, बिजली, स्वास्थ्य, शौचालय की कोई व्यवस्था नहीं है. तीर्थयात्री जहां-तहां गंदगी कर रहे हैं. वहीं, उस गंदगी को कोई साफ करने वाला भी नहीं है.

विशालकाय गड्डा बना तीर्थयात्रियों के डर का कारण
केदारनाथ-गौरीकुंड पैदल मार्ग के लिनचौली से कुछ दूरी पर एक विशालकाय गड्डा बना हुआ है, जिसे भरकर न ही ठीक किया गया है और न ही उसके चारों ओर कोई सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. बर्फबारी और बारिश के कारण क्षतिग्रस्त रेलिंग की जगह नई रैलिंग का निर्माण नहीं किया गया है, जिससे यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों को हमेशा ही जान का खतरा बना रहता है.

यात्रियों से मारपीट कर रहे पुलिस जवान
गौरीकुंड में प्रशासन की ओर से शटल वाहन की व्यवस्था की गई है. केदारनाथ से लौटते समय तीर्थयात्रियों को देरी होने के कारण कुछ तीर्थयात्री गौरीकुंड स्टेशन पर रात काट रहे हैं. लोगों का आरोप है कि गौरीकुंड में शटल वाहन पर मौजूद पुलिस यात्रियों के साथ बदतमीजी से बात कर रहे हैं.

35 किलोमीटर की दूरी में लग रहे 4 घंटे
प्रशासन की व्यवस्थाओं की बात की जाए तो रुद्रप्रयाग से सोनप्रयाग तक राजमार्ग में कई जगहों पर जाम की स्थिति से यात्री परेशान हैं. घंटों जाम की स्थिति से तीर्थयात्री जूझ रहे हैं. वहीं, यात्रा पड़ाव के रुद्रप्रयाग, अगस्त्यमुनि, तिलवाड़ा, चन्द्रापुरी, कुण्ड, बांसबाड़ा, गुप्तकाशी, नाला, शेरसी, फाटा, सीतापुर, सोनप्रयाग सहित अन्य इलाकों में जाम लग रहा है. जाम लगने की इन स्थिति के कारण लोगों ने प्रशासन की तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं.

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रेन शेल्टर न लगने से तीर्थयात्री धूप और बारिश से परेशान
केदारनाथ यात्रा में मंदाकिनी नदी किनारे लंबी लाइन लगी होने के कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. लाइन के बीच में किसी यात्री के घुसने पर धक्का-मुक्की जैसे हालात पैदा हो रहे हैं. साथ ही लाइन में तीर्थयात्री आपस में ही लड़ झगड़ रहे हैं. वहीं, इस लंबी लाइन के साथ ही तीर्थयात्रियों को रेन शेल्टर न होने के कारण धूप और बारिश में परेशान हो रहे हैं.

हेली सेवाओं के लिए 5 हजार की जगह वसूल रहे 12 हजार
केदारनाथ यात्रा में इस बार भी हेली सेवाओं में ब्लैक टिकटिंग के मामले सामने आ रहे हैं. तीर्थयात्रियों को 5000 का टिकट 12 से 15 हजार रुपए में दिया जा रहा है. ऑनलाइन बुकिंग के नाम पर यात्रियों को ठगा जा रहा है. साथ ही तीर्थयात्री केदारघाटी पहुंचने पर अपने को ठगा महसूस कर रहे हैं.

वहीं, इस मामले में पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सोनप्रयाग और गौरीकुंड से हजारों की संख्या में तीर्थयात्री जा रहे हैं. तीर्थयात्री ज्यादा संख्या में यहां पहुंच रहे हैं, ऐसे में उन्हें जगह-जगह रोका जा रहा है.

प्रशासनिक टीम कर रही है यात्रियों की सुविधाओं की व्यवस्था: जिलाधिकारी
जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि केदारधाम में ग्लेशियर पिघलने से रास्ता कीचड़ में तब्दील हो रहा है. छोटी लिनचौली से केदारधाम तक गदेरों से पानी आ रहा है. सुलभ इंटरनेशनल सफाई व्यवस्था संभाले हुए है. गौरीकुंड से केदारनाथ तक कठिन पैदल ट्रैक होने के कारण प्रशासन की टीम यात्रियों की व्यवस्थाएं जुटाने में लगी हुई है.

Last Updated : Jun 6, 2019, 8:11 PM IST

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