रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम में लगातार हो रही बर्फबारी के कारण यात्रा प्रभावित हो गई है. जिला प्रशासन की ओर से अब तीर्थयात्रियों को केदारनाथ धाम जाने से रोका जा रहा है. धाम में रहने और खाने की उचित व्यवस्था नहीं है. साथ ही धाम में हो रही बर्फबारी के कारण परेशानियां बढ़ने लगी हैं. ऐसे में पुलिस और जिला प्रशासन की ओर से तीर्थयात्रियों को रुद्रप्रयाग बाईपास पर रोककर सुरक्षित स्थानों पर ठहरने की अपील की जा रही है.
बता दें मौसम विभाग ने अगले दो-तीन दिनों तक अलर्ट जारी किया है. उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बारिश एवं हिमपात हो रहा है. ऐसे में केदारनाथ धाम के लिए दर्शन करने आ रहे तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए जिला प्रशासन तीर्थयात्रियों से मौसम साफ होने के बाद यात्रा करने की अपील कर रहा है. इसी कड़ी में रुद्रप्रयाग जवाड़ी बाईपास पर तीर्थयात्रियों के वाहनों को रोका जा रहा है. उन्हें रुद्रप्रयाग जिला मुख्यालय के आस-पास ठहरने को कहा जा रहा है, जबकि तीर्थयात्रियों को बदरीनाथ धाम के दर्शन के लिए भेजा जा रहा है. अनाउंसमेंट के जरिये तीर्थयात्रियों को रोककर उन्हें बताया जा रहा है कि केदारनाथ धाम में लगातार बर्फबारी हो रही है, जिस कारण धाम में श्रद्धालुओं को दिक्कतें हो सकती हैं. यात्रा पड़ावों में भी रहने और खाने की उचित व्यवस्था नहीं है, जबकि लगातार हो रही बारिश के कारण केदारनाथ राजमार्ग के बुरे हाल हो चुके हैं. ऐसे में केदारनाथ धाम की यात्रा करना सुरक्षित नहीं है.
केदारनाथ धाम में लगातार बर्फबारी हो रही है. यात्रा को नियंत्रित करने के प्रयास किये जा रहे हैं. सोनप्रयाग से साढ़े दस बजे के बाद यात्रियों को केदारनाथ जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है. सभी यात्रियों से अपील है की अपनी सुरक्षा का विशेष ध्यान रखें. राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करें. जिला प्रशासन का सहयोग करें. सभी यात्रियों से अपेक्षा की कि मौसम ठीक होने पर ही केदारनाथ की यात्रा शुरू करें.
मयूर दीक्षित, जिलाधिकारी, रुद्रप्रयाग
वहीं, डीएम मयूर दीक्षित ने जवाड़ी बाईपास से सिरोहबगड़ राष्ट्रीय राजमार्ग का निरीक्षण कर यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा लिया. जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता राष्ट्रीय राजमार्ग को गड्ढा मुक्त सड़कों के निर्देश दिये. उन्होंने निर्देश दिए कि सिरोहबगड़ भू-स्खलन क्षेत्र में खराब मौसम के दृष्टिगत जेसीबी मशीन हर समय उपलब्ध रहे, ताकि मार्ग अवरुद्ध होने पर तत्काल सड़क मार्ग को आवाजाही के लिए खोला जा सके. जिलाधिकारी के निर्देशों के अनुपालन में राष्ट्रीय राजमार्ग द्वारा तीर्थ यात्रियों की सुविधा के लिए यात्रा मार्ग में डामरीकरण का कार्य तत्परता से किया जा रहा है.