रुद्रप्रयाग:मदमहेश्वर घाटी की ग्राम पंचायत फापंज बरसाल में 33 साल बाद आयोजित पांडव नृत्य में प्रतिदिन सैकड़ों श्रद्धालु शामिल होकर पुण्य अर्जित कर रहे हैं, पांडव नृत्य के आयोजन से ग्रामीणों में भारी उत्साह बना हुआ है तथा धियाणियों व प्रवासियों के गांव की ओर रूख करने से रौनक लौटने लगी है. वहीं, 26 नवंबर से शुरू हुए पांडव नृत्य में अनेक परम्पराओं का निर्वहन किया जा रहा है. पांडव नृत्य में बाल रूप में भगवान श्रीकृष्ण व द्रोपदी सहित सभी पांडव पश्वाओं का नृत्य मुख्य आकर्षण बना हुआ है.
पांडव नृत्य कमेटी अध्यक्ष दर्शन सिंह पुष्वाण ने बताया कि फापंज बरसाल गांव में 33 साल बाद आयोजित पांडव नृत्य के आयोजन से ग्रामीणों में भारी उत्साह बना हुआ है तथा प्रतिदिन विभिन्न गांवों के सैकड़ों ग्रामीण पांडव नृत्य में शामिल होकर पुण्य अर्जित कर रहे हैं. पांडव नृत्य कमेटी संरक्षक कुंवर सिंह नेगी ने बताया कि आगामी 15 नवंबर को गैडा कौथिग, 16 नवंबर को पर्यटक स्थल देवरिया ताल में तीर्थ यात्रा व गंगा स्नान, 18 नवंबर को पैंय्या डाली कौथिग के साथ 19 नवंबर को पांडवों के अस्त्र-शस्त्र विसर्जित के साथ पांडव नृत्य का समापन होगा.