रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम जाने के लिए स्थानीय श्रद्धालुओं को छूट मिलने के बाद भी उनमें कोई उत्साह नहीं देखा जा रहा है. कम संख्या में ही श्रद्धालु केदारनाथ धाम के दर्शन करने पहुंच रहे हैं. ऐसे में यात्रा पड़ावों पर व्यवसाय कर रहे व्यापारियों में मायूसी छाई हुई है. माना जा रहा है कि स्थानीय लोगों में भी कोरोना महामारी का भय बना हुआ है, जिस कारण वे केदार यात्रा पर नहीं जा रहे हैं.
कोरोना महमारी के चलते देश में लगे लाॅकडाउन से ढाई माह तक तीर्थ धामों की यात्रा पर रोक लगाई गई है, जिस कारण विभिन्न राज्यों और स्थानीय श्रद्धालु भी केदार बाबा के दर्शनों को नहीं गए. अब केदारनाथ यात्रा को स्थानीय श्रद्धालुओं के लिए खोला गया है तो उनमें कोई उत्साह नहीं देखा जा रहा है. कम संख्या में ही श्रद्धालु केदार धाम के दर्शनों के लिए जा रहे हैं. प्रशासन की ओर से स्थानीय श्रद्धालुओं के लिए केदारनाथ यात्रा में छूट मिलने के बाद लगा था कि काफी संख्या में लोग पहुंचेंगे. लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ.
स्थानीय व्यापारियों में मायूसी
12 जून से भगवान केदारनाथ की यात्रा स्थानीय श्रद्धालुओं के लिए खोली गई, लेकिन अब तक 36 तीर्थयात्री ही बाबा केदार के दर्शन कर पाए हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि स्थानीय लोगों में भी कोरोना महामारी का डर काफी बना हुआ है, जिस कारण वे ठंडे इलाके में जाने से कतरा रहे हैं. स्थानीय श्रद्धालुओं के लिए केदार यात्रा खोले जाने के बाद यात्रा पड़ावों पर रोजगार करने वाले व्यापारियों में आस जगी थी. मगर यात्रियों की संख्या देखकर उनमें भी मायूसी छाई हुई है.