रुद्रप्रयाग: केदारनाथ पैदल मार्ग पर भले ही अब सामान्य आवाजाही हो रही है, लेकिन ग्लेशियर प्वाइंट अभी भी खतरनाक बने हुए हैं. इन ग्लेशियर प्वाइंट पर यात्री फूंक-फूंक कर कदम रख रहे हैं और यात्रियों की सहायता में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवान मुस्तैद हैं. आलम ये है कि ग्लेशियर वाले स्थानों पर बर्फ कठोर हो चुकी है और फिसलन अधिक हो गई है. प्रशासन की ओर से यात्रियों की सुरक्षा के लिये यहां हर समय सुरक्षा जवानों को तैनात किया गया है.
ग्लेशियर टूटने से घोड़े-खच्चरों का संचालन हुआ प्रभावित:केदारनाथ में अब बर्फबारी का दौर थम चुका है. धाम में अब बर्फ नहीं गिर रही है, लेकिन बारिश और ओलावृष्टि हो रही है. बीती तीन और चार मई को पैदल मार्ग के भैरव और कुबेर में ग्लेशियर टूट गए थे. जिससे यात्रा के लिए तीन दिनों तक यहां से आगे घोड़े-खच्चरों का संचालन नहीं हो पाया. कड़ी मेहनत के बाद बर्फ को काटकर रास्ता तैयार किया गया. यात्रियों को कोई दिक्कत न हो, इसके लिए ग्लेशियर प्वाइंट पर चटाई भी बिछाई गई, लेकिन फिर भी दिक्कतें दूर नहीं हुईं.
रात में पहरेदारीकर रहे जवान:ग्लेशियर प्वाइंट पर पैदल मार्ग पर गिरी बर्फ कठोर होकर जम चुकी है और यहां पर फिसलन का खतरा बढ़ गया है. यात्रियों को किसी भी प्रकार की दिक्कतें न हो, इसके लिए हर समय यहां पर यात्रियों की सकुशल आवाजाही के लिये एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवान तैनात किए गए हैं. सुरक्षा जवान यहां पर रात्रि के समय भी पहरा दे रहे हैं. यहां पर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के सुरक्षा जवान बच्चों को गोद लेकर और बुजुर्गों का हाथ पकड़कर रास्ता पार करवा रहे हैं. वहीं केदारनाथ यात्रा मार्ग पर ये जवान तीर्थयात्रियों को खतरनाक पैदल मार्ग पर आवागमन करवा रहे हैं. उनके खोए सामान को भी ढूंढकर लौटा रहे हैं. जिससे देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु जवानों की प्रशंसा कर रहे हैं.