रुद्रप्रयाग:93 वर्षों बाद बन्याथ यात्रा पर निकली मां क्वांरिका देवी ने रविवार को तल्लानागपुर क्षेत्र के कोठगी में भक्तों की कुशलक्षेम पूछा. जहां भक्तों ने भी मां का पुष्प-अक्षतों से स्वागत किया. इस दौरान भक्तों ने मां को सामूहिक अर्ग भी लगाया. मां की देवरा यात्रा रात्रि प्रवास के लिए छिनका पहुंची.
लॉकडाउन के बाद एक फिर से दशज्यूला की मां चंडिका क्वांरिका देवी इन दिनों तहत तल्लानानागुर क्षेत्र के भ्रमण पर हैं. गत 25 जनवरी से शुरू हुई देवरा यात्रा के दौरान शनिवार को मां की देवरा यात्रा रात्रि प्रवास के लिए भटवाड़ी गांव पहुंची. इस दौरान भटवाड़ी में मां का पुष्प एवं अक्षतों के साथ मंगल गीतों से स्वागत किया गया. रात्रि में स्थानीय महिलाओं ने कीर्तन भजनों के साथ ही जागरण भी किया.
रविवार को पुजारी ने मां क्वारिंका देवी की विशेष पूजा अर्चना कर भोग लगाया. इस दौरान मां के जयकारों से गांव का पूरा वातावरण गुंजायमान हो उठा. इस दौरान मां ने नृत्य कर भक्तों को आशीर्वाद दिया और भक्तों ने भी मां से अपने परिवार की सुख समृद्धि की कामना की, जिसके बाद मां क्वारिंका की देवरा यात्रा ने कोठगी गांव में भक्तों की कुशलक्षेम पूछा तथा रात्रि विश्राम के लिए छिनका गांव पहुंची. इसके बाद सिंदरवाणी, इशाला, जगतोली होते हुए विभिन्न गांवों में जाकर भक्तों की कुशलक्षेम पूछेगी. मां की देवरा यात्रा आगामी 23 अप्रैल को अपने मूल मंदिर में संपंन होने का प्रस्तावित कार्यक्रम है.
बता दें, दिसम्बर 2019 से मणिगृह, भटवाड़ी मालखी, एंटा, खाल्यिों, खमोली, बंड़ी, स्यालडोभा के ग्रामीणों की ओर से मां क्वांरिका देवी की बन्याथ यात्रा का आयोजन किया गया. लगभग छह माह तक चलने वाली बन्याथ यात्रा के दौरान देवी चार दिशाओं के गांवों का भ्रमण होना था, लेकिन मार्च माह में कोरोना के चलते लॉकडाउन होने से यात्रा को बंद करना पड़ा. लगभग 11 माह के बाद इन दिनों यात्रा अपने चरम पर है और मां विभिन्न गांवों का भ्रमण कर भक्तों की कुशलक्षेम पूछ रहीं हैं.