रुद्रप्रयाग: रेलवे परियोजना से प्रभावित स्थानीय युवाओं को रोजगार देने सहित अन्य मांगों को लेकर विधायक भरत सिंह चौधरी ने आंदोलन करने के निर्णय को वापस ले लिया है. अपर जिलाधिकारी की उपस्थिति में रेलवे अधिकारियों ने विधायक की मांगों को लेकर लिखित सहमति दे दी है, जिसके बाद विधायक भरत सिंह चौधरी ने एक महीने तक आंदोलन न करने का फैसला लिया है.
दरअसल, रेलवे प्रभावित स्थानीय युवाओं को रोजगार देने सहित अन्य मांगों को लेकर विधायक भरत सिंह चौधरी ने धरना-प्रदर्शन का फैसला लिया था. मगर इससे पहले रेलवे के अधिकारियों ने उनसे मुलाकात कर मामला सुलझाने की कोशिश की. विधायक चौधरी ने रेलवे के अधिकारियों से कहा कि रेलवे प्रभावित स्थानीय बेरोजगारों को उनकी योग्यतानुसार प्रोजेक्ट में रोजगार दिया जाए और स्थानीय प्रभावित बेरोजगारों की प्रोजेक्ट में आवश्यकतानुसार उपयोग होने वाली मशीनरी, ट्रक और JCB लगाई जाएं.
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वहीं, विधायक ने कहा कि जहां भी परियोजना का कार्य चल रहा है, वहां स्थानीय लोगों की सुरक्षा को देखते हुए DPR के तहत कार्य किया जाए. साथ ही जहां आबादी वाले क्षेत्र हैं, वहां पानी का छिंड़काव कर सुरक्षा मानकों के साथ कार्य किया जाए. विधायक ने बताया कि उनकी मांगों पर जिला प्रशासन की मौजूदगी में रेलवे के अधिकारियों के साथ वार्ता की गई है. रेलवे के अधिकारियों की ओर से लिखित रुप में मांगों को लेकर आश्वास्त किया गया है. ऐसे में आंदोलन को एक माह के लिए स्थगित करने का निर्णय लिया गया है.
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उन्होंने कहा कि एक महीने बाद जो रेलवे प्रभावितों के हितों की प्रमुख मांगे हैं, उनकी समीक्षा की जाएगी और ये देखा जाएगा कि उसमें कितनी प्रगति हो रही है. अगर उसमें रेलवे प्रभावितों और स्थानीय बेरोजगारों के हितों का ध्यान नहीं रखा गया तो रेलवे प्रशासन के खिलाफ प्रभावितों के साथ मिल कर पुनः आंदोलन किया जाएगा. वहीं, इस मौके पर रेलवे के AGM विजय डंगवाल, AGM सुरेन्द्र कुमार आर्य, ADM वृजेश तिवारी और थाना प्रभारी रुद्रप्रयाग कुंवर सिंह बिष्ट मौजूद थे.