रुद्रप्रयागःपंच केदारों में तृतीय केदार के नाम से विख्यात भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली अपने शीतकालीन गद्दीस्थल मर्कटेश्वर महादेव तीर्थ मक्कूमठ में विराजमान हो गई है. भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली के कैलाश से शीतकालीन गद्दीस्थल मक्कूमठ आगमन पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, कृषि मंत्री सुबोध उनियाल, जिला पंचायत सदस्य रीना बिष्ट सहित सैकड़ों श्रद्धालुओं ने पुष्प वर्षा कर डोली की अगुवाई की. मंगलवार से भगवान तुंगनाथ की शीतकालीन पूजा मक्कूमठ में विधिवत रूप से होगी.
सोमवार को भनकुंड में पंडित अतुल मैठाणी, मुकेश मैठाणी, प्रकाश मैठाणी सहित अनेक विद्वान आचार्यों ने ब्रह्म बेला पर पंचाग पूजन के तहत भगवान तुंगनाथ, पृथ्वी, अग्नि, कुबेर सहित तैतीस करोड़ कोटि देवी-देवताओं का आह्वान कर भगवान तुंगनाथ की आरती उतारी और परंपरा के मुताबिक भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली को भोग अर्पित किया. ठीक दस बजे भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली भनकुंड से अपने शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ के लिए रवाना हुई.
डोली आगमन पर विभिन्न स्थानों पर ग्रामीणों ने पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया और अनेक प्रकार की पूज्यार्थ सामग्री तथा लाल पीले वस्त्र अर्पित किए. राकेश्वरी नदी के किनारे पहुंचने पर भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली व साथ चल रहे अनेक देवी-देवताओं के निशान ने गंगा स्नान किया. भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली खेत-खलिहानों में नृत्य करते हुए मक्कूमठ बस स्टेशन पर जैसे ही पहुंची तो श्रद्धालुओं की जयकारों से संपूर्ण भूभाग भक्तिमय बन गया.