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केदारनाथ में पाली गई गाय से हो रहा बाबा का दुग्धाभिषेक

सावन माह को भगवान शिव का अतिप्रिय माह माना जाता है. कहते हैं कि जो भी भक्त सच्चे मन से सावन में बाबा केदार की पूजा-अर्चना करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.

रुद्रप्रयाग
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Published : Jul 7, 2020, 6:25 PM IST

Updated : Jul 7, 2020, 7:01 PM IST

रुद्रप्रयाग: अगर सच्ची आस्था है तो कुछ भी संभव हो सकता है. जी हां ऐसा कुछ इस बार केदारनाथ धाम में देखने के मिल रहा है. कभी किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि केदारनाथ धाम जैसी जगह पर बाबा के भक्त गाय पालेंगे और उसी गाय के दूध से सावन जैसे पवित्र महीने में बाबा केदार का दुग्धाभिषेक होगा.

केदारनाथ में पाली गई गाय से हो रहा बाबा का दुग्धाभिषेक

छह जुलाई से सावन का पवित्र महीना शुरू हो चुका है. सावन माह में बाबा केदार का गाय के दूध से दुग्धाभिषेक हो रहा है. बाबा केदार के दुग्धाभिषेक के लिए केदारनाथ धाम के तीर्थ पुरोहित विनोद शुक्ला ने केदारनाथ धाम में गाय पहुंचाई है. वह सुबह और शाम को खुद गाय का दूध निकालकर बाबा केदार के त्रिकोणीय आकर वाले लिंग का दुग्धाभिषेक कर रहे हैं.

बता दें कि केदारनाथ धाम लगभग 11 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित है. यहां पर कभी-कभी तापमान माइनस में पहुंच जाता है. कभी तो जून माह में बर्फ गिर जाती है. ऐसे में जानवर तो दूर की बात यहां इंसानों का रहना भी मुश्किल हो जाता है, लेकिन तीर्थ पुरोहित विनोद शुक्ला पिछले दो सालों से प्रत्येक सावन माह केदारनाथ धाम में गाय पहुंचाते हैं और बाबा केदार का अभिषेक इसी गाय के दूध से करते हैं.

पढ़ें-चारधाम यात्रा 2020: अन्य राज्यों के तीर्थयात्रियों को भी जल्द मिल सकती है अनुमति

सावन माह को भगवान शिव का अतिप्रिय माह माना जाता है. कहते हैं कि जो भी भक्त सच्चे मन से सावन में बाबा केदार की पूजा-अर्चना करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.

बता दें कि 2017 से पहले तक केदारधाम में बाबा का अभिषेक बाहरी क्षेत्रों से पैकेट में आने वाले दूध से किया जाता था, लेकिन साल 2017 में केदारपुरी में ही पाली गई गाय के दूध से बाबा केदार का अभिषेक हो रहा है.

Last Updated : Jul 7, 2020, 7:01 PM IST

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