रुद्रप्रयाग: भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर में विराजमान केदारपुरी के क्षेत्र रक्षक भैरवनाथ की पूजा कल शनिवार देर शाम पूरे विधि-विधान से की जाएगी. पूजन के बाद केदारपुरी के क्षेत्र रक्षक भैरवनाथ ऊखीमठ से केदारपुरी के लिए रवाना होंगे तथा जगत कल्याण के लिए ग्रीष्मकाल के 6 महीने केदारपुरी में तपस्यारत रहेंगे. बता दें, भैरव पूजन के साथ ही केदारनाथ धाम के कपाट खोलने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी.
बता दें, दशकों से चली आ रही परंपरा के अनुसार, भैरवनाथ की पूजा मंगलवार या फिर शनिवार को करने का विधान है. भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर में विराजमान भैरवनाथ की पूजा भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली के ऊखीमठ से केदारनाथ धाम रवाना होने से पूर्व की परंपरा है. इसी परंपरा के अनुसार, शनिवार को ऊखीमठ में केदारपुरी के क्षेत्र रक्षक भैरवनाथ की पूजा-अर्चना पौराणिक परंपराओं व विधि-विधान से की जाएगी.