फिर से शुरू हुई केदरानाथ यात्रा रुद्रप्रयाग:उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में आज 14 जुलाई को लोगों को बारिश से थोड़ी राहत मिली है, जिसके बाद प्रशासन ने फिर से केदरानाथ यात्रा शुरू की. मौसम खुलने के बाद जगह-जगह फंसे चार हजार यात्रियों को केदरानाथ के लिए रवाना किया गया. गुरुवार को केदारनाथ हाईवे पर कई जगह मलबा आ गया था, जिसके बाद हजारों यात्री बीच रास्ते में ही फंस गए थे, जिन्हें आज रवाना किया गया. हालांकि अभी भी रुद्रप्रयाग जिले में ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे कई जगह भूस्खलन जोन डेवलप हो गये हैं, जिससे यात्रियों का काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
केदारनाथ धाम में साफ हुआ मौसम केदारनाथ यात्रा शुरू: मौसम साफ होने पर केदारनाथ धाम की यात्रा दोबारा शुरू हो गई है. कल 13 जुलाई से जगह-जगह फंसे चार हजार से अधिक यात्रियों को सुबह के समय सोनप्रयाग और गौरीकुंड बैरियर से केदारनाथ धाम के लिये रवाना किया गया. धाम में भी आज मौसम साफ है. केदारनाथ में एक सप्ताह बाद आज धूप खिली. धाम पहुंच रहे यात्रियों का कहना है कि हरिद्वार तक आने में उन्हें कोई दिक्कत नहीं हो रही है, लेकिन हरिद्वार से आगे जगह-जगह भूस्खलन होने से उन्हें यहां पहुंचने में काफी समय लग रहा है और भारी दिक्कतें हो रही हैं.
फिर शुरू हुई केदारनाथ यात्रा पढ़ें- उत्तराखंड में उफान पर काली नदी, खतरे के निशान को किया पार, मैदानी इलाकों में लोगों को किया गया अलर्ट बता दें कि गुरुवार को भारी बारिश की वजह से केदारनाथ यात्रा रोक दी गई थी. बुधवार शाम को केदारनाथ पैदल मार्ग पर पहाड़ी से गिरे पत्थर की चपेट में आने से 20 साल की युवती की मौत हो गई थी, वहीं बिहार का एक तीर्थयात्री भी गंभीर रूप से घायल हो गया था. इसके बाद गुरुवार को भारी बारिश को देखते हुए केदारनाथ यात्रा रोक दी गई थी, जिसे आज 14 जुलाई को फिर से शुरू किया गया.
यात्रियों की सुरक्षा के लिये पैदल यात्रा मार्ग पर पुलिस के जवानों को भी तैनात किया गया है. बारिश में पैदल मार्ग पर पहाड़ी से बोल्डर गिरने का भय भी है. ऐसे में यात्रियों को पैदल मार्ग पर देखकर और मौसम साफ होने पर ही आगे भेजा जा रहा है.
पढ़ें- Watch: लक्सर में सड़क बनी समुद्र तो उतरी सेना की नाव, ETV Bharat बना ऑपरेशन फ्लड लेट नाइट का हिस्सा ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर डेंजर जोन:रुद्रप्रयाग जिले में ही ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर सिरोबगड़ के पास लगातार हो रहा भूस्खलन प्रशासन के नासूर बन गया है. सिरोबगड़ में भूस्खलन की वजह से लगातार जाम लग रहा है, जिसकी वजह से यात्रियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. मॉनसून सीजन में स्थिति और खतरनाक हो जाती है. लैंडस्लाइड की वजह से यात्रियों को यहां कई-कई घंटे जाम में फंसे रहना पड़ जाता है.
ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर डेंजर जोन सिरोबगड़ डेंजर जोन सक्रिय:ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर सिरोबगड़ में बिना बारिश के भी पहाड़ी पर अटके बोल्डर हाईवे पर गिर रहते हैं. यहां पर एक-एक करके वाहन आर-पार हो रहे हैं. इस बीच सबसे बड़ा खतरा यह है कि पहाड़ी से बोल्डर की चपेट में यदि कोई आता है तो नीचे से उफान में बह रही अलकनंदा नदी में समाने का खतरा है.
आज तक नहीं निकल पाया स्थानी सामाधान: सिरोबगड़ डेंजर जोन की समस्या पिछले कई वर्षों से है, लेकिन आज तक इसका स्थाई ट्रीटमेंट नहीं हो पाया है. प्रत्येक वर्ष मानसूनी सीजन में यह डेंजर जोन दिक्कतें पैदा करता है. इस डेंजर जोन के विकल्प के रूप में धारी देवी-नौगांव बाईपास का निर्माण कार्य चल रहा है, लेकिन यह बाईपास पांच वर्षों से नहीं बन पाया है. अभी बाईपास का निर्माण होने में कई वर्ष और लग सकते हैं. ऐसे में फिलहाल चारधाम यात्रियों के अलावा रुद्रप्रयाग व चमोली जनपद के लोगों को सिरोबगड़ डेंजर जोन का सामना करना होगा.