रुद्रप्रयाग: भूस्खलन के कारण बीते दस दिनों से गौरीकुंड के पास बंद पड़ा केदारनाथ-ऋषिकेश हाईवे गुरुवार को खोल दिया गया है. ऐसे में इस हाईवे पर आवाजाही शुरू हो गई है, लेकिन अभी भी कुछ स्थानों पर पहाड़ियां दरकने के चलते खतरा बना हुआ है. वहीं, कुछ जगहों पर पहाड़ों से पत्थर भी गिर रहे हैं. ऐसे में प्रशासन में लोगों को सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं.
10 दिनों बाद खुला केदारनाथ हाईवे. दरअसल, केदारनाथ-ऋषिकेश हाईवे पर ऑल वेदर रोड के लिए पहाड़ों की कटिंग का कार्य चल रहा है, लेकिन स्थानीय लोगों का आरोप है कि पहाड़ों की कटिंग बेतरतीब ढंग से की जा रही है, जिसका खामियाजा स्थानीय लोगों के साथ केदारनाथ जाने वाले तीर्थयात्रियों को उठाना पड़ रहा है.
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पहाड़ों की कटिंग के कारण केदारनाथ-ऋषिकेश हाईवे पर लगातार भूस्खलन हो रहा है. कुछ स्थानों पर पुश्ते सिखक रहे हैं. हाईवे बंद होने की वजह के केदारघाटी का संपर्क जिला मुख्यालय से कट जाता है. ऐसे में वहां पर किसी भी तरह की आपूर्ति नहीं हो पाती है.
केदारनाथ हाईवे पर रामपुर, बांसबाड़ा, फाटा, डोलिया देवी, जामू और गौरीकुंड पार्किंग समेत कई ऐसी जगह जो डेंजर जोन बन चुके हैं. क्योंकि, लगातार भूस्खलन हो रहा है. सबसे अधिक समस्या गौरीकुण्ड में हो रही हैं, जहां हाईवे पर बार-बार भारी मलबा आ रहा है.
रुद्रप्रयाग जिलाधिकारी वंदना सिंह ने कहा कि बांसबाड़ा और गौरीकुंड में केदारनाथ हाईवे डेंजर बन गया है. यहां पर राजमार्ग बार-बार बाधित हो रहा है. ऐसे में एनएच विभाग की ओर से इन स्थानों पर हर समय मशीनें तैनात की गयी है. राजमार्ग के कई जगहों पर भारी बोल्डर और मलबा आने से मार्ग को खोलने में समय लग रहा है.